देवगुरु बृहस्पति को सुखों का कारक माना जाता है। आइए जानते है गुरुवार के दिन पूजा के बाद कौन-सी आरती करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होगी?
गुरु ग्रह के कुंडली में मजबूत होने पर व्यक्ति को कारोबार और करियर में ऊंचा पद हासिल होता है। साथ ही, समय के साथ पद और सम्मान में भी बढ़ोतरी होती है।
कुंडली में गुरु ग्रह को मजबूत करने के लिए भगवान विष्णु की पूजा की सलाह दी जाती है। जगत के पालन भगवान विष्णु की पूजा से कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत होता है।
धार्मिक मान्यता है कि भगवान विष्णु को प्रसन्न करने से सुख-शांति और सौभाग्य में बढ़ोतरी होती है। भगवान विष्णु जीवन के सभी कष्टों को काटती है।
गुरुवार के दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु की पूजा करने से हमेशा श्रीहरि की कृपा आप पर बनी रहती है। गुरुवार का दिन भगवान विष्णु को समर्पित होता है।
पूजा के दौरान पीली वस्तुएं भगवान को चढ़ाएं। आप भगवान को पीले रंग का फूल, हल्दी, अक्षत, कुमकुम, खीर आदि अर्पित करें।
विधि-विधान से पूजा और चीजें को चढ़ाने के बाद विष्णु चालीसा का पाठ करना चाहिए। पूजा-पाठ के बाद अंत में आरती करें।
पाठ के बाद कुंजबिहारी की आरती करनी चाहिए। कुंजबिहारी भी भगवान विष्णु का ही अवतार है। द्वापर में कुंजबिहारी जन्में थे। श्री कृष्ण को ही कुंजबिहारी भी कहा जाता है।