दीपक पांडेय (सोनीपत)। भारतीय राष्ट्रीय निशानेबाजी संगठन (एनआरएआई) में चल रहा परिवारवाद एक बार फिर सामने आया है। कुवैत में नवंबर में होने वाली एशियाई चैंपियनशिप के लिए संगठन के अधिकारियों ने अपने करीबियों को चयनित कर लिया।
इसको लेकर कुछ निशानेबाजों ने एनआरएआई को पत्र लिखकर आपत्ति भी जताई है। इस स्पर्धा के लिए एशियाई चैंपियनशिप में 25 मीटर पिस्टल में पटियाला की हिना सिद्धू व गौरी का चयन किया गया है। इस वर्ग में दोनों से ऊंची रैंकिंग वाली खिलाड़ी अनीसा सैयद व राही सरनोबत को नजरअंदाज कर दिया गया।
ट्रॉयल में भी अनीसा व राही के अंक ज्यादा थे। 25 मीटर पिस्टल में अनीसा की 12 व राही की रैंकिंग 14 है। वहीं हिना की 38 व गौरी की रैंकिंग 35 है। एशियाई चैंपियनशिप के लिए हुई ट्रॉयल में अनिसा और राही के 576 अंक थे जबकि हिना के 574 और गौरी के 573 अंक थे।
हिना अच्छी निशानेबाज हैं लेकिन 25 मीटर पिस्टल में उनका अनुभव नहीं है। हो सकता है कि महाराष्ट्र निशानेबाजी संगठन के सचिव अशोक पंडित की भांजी होने का लाभ उन्हें मिला हो। वही दूसरी चयनित खिलाड़ी गौरी हरियाणा के खेल निदेशक जगदीप की बेटी हैं।
सूत्रों के मुताबिक इस मामले में अनीसा और राही ने एनआरएआई अध्यक्ष रनिंदर सिंह को पत्र लिखा है। इसमें पूरी निष्पक्षता के साथ चयन करने की मांग की गई है। यही नहीं निलंबित हरियाणा निशानेबाजी संगठन पहले ही एनआरएआई में चल रहे परिवारवाद को लेकर केंद्रीय खेल मंत्री सर्बानंद सोनोवाल को पत्र लिख चुका है।
हालांकि इसके बाद एनआरएआई ने हरियाणा संगठन को निलंबित कर दिया था। एक महिला निशानेबाज ने कहा-हां, हमने पत्र लिखा है लेकिन मैं सामने आकर कुछ नहीं कहना चाहती। चयन किस तरह से हुआ वह सबके सामने है। अगर मैं कुछ बोलूंगी तो एनआरएआई पता नहीं क्या कदम उठाएगी।
एशियाई चैंपियनशिप के लिए मिनिमम ट्रैवलिंग स्कोर के आधार पर चयन किया जाता है। जिन खिलाड़ियों का मिनिमम ट्रैवलिंग स्कोर अच्छा था उनको चैंपियनशिप में जगह दी गई है। इस मामले में किसी के साथ पक्षपात नहीं किया गया है। इसमें रैंकिंग से कोई फर्क नहीं पड़ता है। - रनिंदर सिंह (अध्यक्ष, एनआरएआई)