नईदुनिया, उज्जैन (Mahakal Diwali 2024)। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में दीपोत्सव की तैयारी शुरू हो गई है। ज्योतिर्लिंग की पूजन परंपरा अनुसार 31 अक्टूबर को तड़के 4 बजे भस्म आरती में दीपावली मनाई जाएगी। उत्सव की शुरुआत 29 अक्टूबर को धनत्रयोदशी के दिन से होगी। समापन 2 नवंबर को चिंतामन स्थित गोशाला में गोवर्धन पूजा के साथ होगा।
पं.महेश पुजारी ने बताया ज्योतिर्लिंग की पूजन परंपरा में कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी पर दीपावली मनाई जाती है। इस बार 31 अक्टूबर को परंपरा अनुसार तड़के 4 बजे भस्म आरती में दीपावली मनाई जाएगी।
भगवान महाकाल को केसर चंदन का उबटन लगाकर गर्म जल से स्नान कराया जाएगा। इसके बाद नवीन वस्त्र व सोने चांदी के आभूषण धारण कराकर विशेष श्रृंगार होगा। पश्चात भगवान को अन्नकूट का महाभोग लगाकर फुलझड़ी से आरती की जाएगी। तड़के 4 बजे से सुबह 7 बजे तक अन्नकूट के दर्शन होंगे।
महाकाल मंदिर समिति द्वारा गोशाला का प्रकल्प शुरू करने के बाद से दीपावली के अगले दिन पड़वा पर गोवंश व गोवर्धन पूजा की जाती है। इस बार 2 नवंबर को चिंतामन स्थित गोशाला में सुबह मंदिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल आदि अधिकारियों द्वारा गोमाता व गोवर्धन का पूजन किया जाएगा।
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दीपावली महापर्व को लेकर नगर का बाजार सज धजकर तैयार है। बाजार में छोटे से लेकर बड़े व्यापारियों ने इस बार दीपावली पर्व पर खरीदी पर आकर्षक गिफ्ट वाउचर रखे हैं। दीपावली पर्व को लेकर व्यापारियों को नगर में अच्छा व्यापार होने का अनुमान है।
पर्व के पूर्व गुरुवार को गुरु पुष्य नक्षत्र में नगर के बाजार में अच्छी धन वर्षा को लेकर नगर का सराफा, इलेक्ट्रानिक, आटोमोबाइल, किराना, रेडीमेड कपड़ा, बर्तन, कटलरी बाजार दमक उठा है।
इधर पर्व को लेकर पुलिस प्रशासन भी मुस्तैदी के साथ जुटा हुआ है। पुलिस नगर के चप्पे-चप्पे पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए हैं।