सनातन धर्म में अनाज को विशेष महत्व है। अनाज का संबंध मां अन्नपूर्णा से भी होता है। धार्मिक पूजा-पाठ में भी अनाज उपयोग में लिया जाता है। अक्षत यानी चावल के बिना कोई पूजा पूर्ण नहीं मानी जाती है। धार्मिक शास्त्रों में अनाज की तुलना देवताओं से की गई है और अनाज दान को महादान बताया गया है। आज हम आपको साबुत अनाज के कुछ उपायों के बारे में बताएंगे। यह उपाय आपके जीवन में भी सुख और समृद्धि लेकर आते हैं। आइए जानते हैं उन 4 अनाजों के बारे में जो आपके लिए लाभकारी होते हैं।
गेहूं
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु गेंहू अर्पित करना शुभ माना जाता है। श्री हरि को अक्षत चढ़ाना वर्जित होता है। भगवान विष्णु को गेहूं अर्पित करने से आपकी संतान प्राप्ति की मनोकामना पूर्ण होती है और आपके घर में जल्दी ही बच्चों की किलकारियां गूंजने लगती हैं।
साबुत मूंग
धर्म ग्रंथों के अनुसार साबुत मूंग का उपयोग केवल भोजन के तौर पर ही नहीं किया जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मां दुर्गा को हर शुक्रवार साबुत मूंग चढ़ाने आपकी सभी मनोकामना पूर्ण होती हैं। वहीं, भगवान श्री गणेश को हरी मूंग चढ़ाने से आपको सुख-समृद्धि एवं बुद्धि विद्या की प्राप्ति होती है।
चावल
सनातन धर्म में अक्षत का विशेष महत्व माना गया है। प्रत्येक पूजा-पाठ में देवी-देवताओं को अक्षत अर्पित किए जाते हैं। साबुत चावल को 7 बार धोकर इसे हर सोमवार भगवान शिव पर चढ़ाएं। इस उपाय को करने से संपत्ति के विवाद में भी आपको सफलता प्राप्त होती है।
ज्वार
ज्वार एक ऐसा अनाज है जो आपका जीवन भी सुधार सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ज्वार भगवान गणेश को काफी प्रिय है। गणेश जी को हल्दी के साथ ज्वार अर्पित करने से आपके घर में अविवाहित लोगों के शीघ्र विवाह के योग बनते है।
डिसक्लेमर
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