धर्म डेस्क, इंदौर। बुध ग्रह 26 नवंबर 2024 की सुबह 07:39 बजे वृश्चिक राशि में वक्री हो जाएंगे। ज्योतिष में बुध ग्रह को बुद्धि, संवाद, व्यापार और रिश्तों का प्रतिनिधि माना जाता है। बुध का वक्री होना कई राशियों पर खास प्रभाव डाल सकता है, जिससे जीवन के कई पहलुओं में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं।
इस विशेष समय के दौरान कुछ राशियों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जबकि कुछ के लिए यह समय अवसरों से भरा होगा। आइए पंडित हर्षित मोहन शर्मा से जानते हैं कि बुध वृश्चिक राशि में वक्री होने से विभिन्न राशियों पर क्या असर पड़ेगा और उन्हें किन उपायों की आवश्यकता हो सकती है।
मेष राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह तीसरे और छठे भाव का स्वामी है। अब यह आठवें भाव में वक्री हो रहे हैं। इस दौरान कार्यस्थल पर काम का बोझ बढ़ सकता है, जिससे आप व्यस्त रहेंगे। व्यापार में लाभ और हानि दोनों का सामना करना पड़ सकता है।
आर्थिक दृष्टिकोण से भी यह समय कठिन हो सकता है। निजी जीवन में रिश्तों में विश्वास की कमी हो सकती है, जिससे आपको अधिक धैर्य की आवश्यकता होगी। स्वास्थ्य के लिहाज से आंखों और दांतों में समस्या हो सकती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ भौमाय नमः” का 19 बार जाप करें।
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह दूसरे और पांचवे भाव का स्वामी है। अब यह सातवें भाव में वक्री हो रहे हैं। इस समय आप नए लोगों से मिलेंगे और कुछ दोस्त बनेंगे, लेकिन उनके साथ रिश्तों में उतार-चढ़ाव रह सकते हैं। करियर में औसत परिणाम मिल सकते हैं, लेकिन व्यापार में आपको अच्छा लाभ मिलेगा।
आर्थिक जीवन में यात्राओं से लाभ हो सकता है। निजी जीवन में आपको अपने साथी के साथ सामंजस्य बनाए रखने की आवश्यकता होगी। स्वास्थ्य के लिहाज से कमर दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
उपाय: गुरुवार को गुरु ग्रह के लिए यज्ञ/हवन करें।
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध पहले और चौथे भाव के स्वामी हैं और अब यह छठे भाव में वक्री हो रहे हैं। इस दौरान घर-परिवार में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। करियर में सहकर्मियों के साथ विवाद होने की संभावना है। व्यापार में प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है और लोन लेने की स्थिति भी बन सकती है।
आर्थिक दृष्टिकोण से खर्चों का सामना करना पड़ सकता है। निजी जीवन में रिश्तों में तनाव हो सकता है और स्वास्थ्य में पेट और कमर की समस्याएं हो सकती हैं।
उपाय: प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह बारहवें और तीसरे भाव का स्वामी है और अब यह पांचवे भाव में वक्री हो रहे हैं। इस समय आपके ऊपर से भरोसा उठ सकता है, लेकिन आप इसे फिर से हासिल करने में सक्षम हो सकते हैं। करियर में काम का दबाव बढ़ सकता है, जिससे तनाव हो सकता है।
व्यापार में अगर आप शेयर बाजार से जुड़े हैं तो अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। आर्थिक दृष्टिकोण से खर्चे आय से ज्यादा हो सकते हैं, जिससे तनाव हो सकता है। निजी जीवन में अहंकार से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। स्वास्थ्य के लिहाज से संतान के स्वास्थ्य पर खर्च हो सकता है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ सोमाय नमः” का 21 बार जाप करें।
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह ग्यारहवें और दूसरे भाव का स्वामी है। अब यह चौथे भाव में वक्री हो रहे हैं। इस दौरान घर-परिवार में समस्याओं को हल करने की कोशिश करेंगे, लेकिन करियर में नौकरी में बदलाव की संभावना हो सकती है।
व्यापार में प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है और बिनेस पार्टनर के साथ भी समस्याएं हो सकती हैं। आर्थिक दृष्टिकोण से पैसे का आनंद लेने में कठिनाई हो सकती है। निजी जीवन में रिश्तों में मधुरता की कमी हो सकती है। स्वास्थ्य में पैरों में दर्द की समस्या हो सकती है।
उपाय: प्रतिदिन आदित्य हृदयम स्त्रोत का जाप करें।
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध ग्रह लग्न और दसवें भाव का स्वामी है और अब यह तीसरे भाव में वक्री हो रहे हैं। इस दौरान काम में प्रयासों के परिणाम में देरी हो सकती है और भाग्य भी कमजोर रह सकता है। करियर में नौकरी में बदलाव की संभावना हो सकती है।
व्यापार में नए प्रयासों से लाभ की संभावना कम है। आर्थिक दृष्टिकोण से, लापरवाही से धन हानि हो सकती है। निजी जीवन में पार्टनर के साथ रिश्तों में कमी हो सकती है। स्वास्थ्य में तंत्रिका तंत्र से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ गं गणपतये नमः” का 11 बार जाप करें।
तुला राशि के जातकों के लिए बुध का वक्री होना उनके दूसरे भाव में प्रभाव डालेगा। इस दौरान आप बच्चों की प्रगति को लेकर चिंतित रह सकते हैं। करियर में काम के सिलसिले में यात्रा करनी पड़ सकती है, लेकिन ये यात्राएं आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरेंगी।
व्यापार में मुनाफा कम हो सकता है और पार्टनरशिप में समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आर्थिक जीवन में भी आप अपनी कमाई बचाने में असमर्थ हो सकते हैं। रिश्तों में संतुलन बनाए रखने के लिए साथी की बातों को ध्यान से सुनें। स्वास्थ्य के लिहाज से, आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ गुरवे नमः” का 21 बार जाप करें।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध का वक्री होना उनके लग्न भाव में प्रभाव डालेगा। इस दौरान उन्हें अपने प्रयासों में बाधाएं आ सकती हैं, लेकिन अंत में सफलता मिल सकती है। करियर में नौकरी बदलने का विचार हो सकता है।
व्यापार में अपेक्षित लाभ नहीं मिल सकता और योजनाओं में गिरावट देखने को मिल सकती है। आर्थिक दृष्टिकोण से, धन कमाने में परेशानियां आ सकती हैं। रिश्तों में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं, इसलिए आपको संयम और परिपक्वता की आवश्यकता होगी। स्वास्थ्य में सिरदर्द और कपकपी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ हनुमते नमः” का 11 बार जाप करें।
धनु राशि के जातकों के लिए बुध का वक्री होना उनके बारहवें भाव में प्रभाव डालेगा। इस समय लंबी यात्राओं के दौरान समस्याएं आ सकती हैं और महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचना चाहिए। कार्यस्थल पर सहकर्मियों से समस्या हो सकती है, जिनकी जलन आपके प्रदर्शन को प्रभावित कर सकती है।
व्यापार में भी साझेदार से सहयोग की कमी हो सकती है। आर्थिक जीवन में आय के अवसर कम हो सकते हैं और खर्चों में वृद्धि हो सकती है। रिश्तों में अहंकार से बचें, अन्यथा यह आपके संबंधों को प्रभावित कर सकता है। स्वास्थ्य में मोटापे की संभावना बढ़ सकती है।
उपाय: प्रतिदिन "ॐ राहवे नमः" का 22 बार जाप करें।
मकर राशि के जातकों के लिए बुध का वक्री होना उनके ग्यारहवें भाव में प्रभाव डालेगा। इस दौरान आपको काम में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं, और आपकी इच्छाओं की पूर्ति हो सकती है। नौकरी में नए अवसर मिल सकते हैं।
व्यापार में अच्छे लाभ की संभावना है। आर्थिक दृष्टिकोण से भी आपको भाग्य का साथ मिलेगा। निजी जीवन में, आप अपने पार्टनर के साथ अच्छे संबंध बनाए रखेंगे। स्वास्थ्य के लिहाज से, आप ऊर्जावान और फिट महसूस करेंगे।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ शिव ॐ शिव ॐ” का 22 बार जाप करें।
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध का वक्री होना उनके दसवें भाव में प्रभाव डालेगा। इस दौरान कार्य के सिलसिले में यात्रा करनी पड़ सकती है, लेकिन अच्छे कर्म करना जरूरी होगा। करियर में आप पेशेवर तरीके से काम करेंगे और सकारात्मक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं।
व्यापार में शेयर बाजार से अच्छे लाभ की संभावना है, और पैतृक संपत्ति से भी लाभ हो सकता है। आर्थिक जीवन में इस समय अत्यधिक लाभ मिलने की संभावना है। रिश्तों में आपसी तालमेल अच्छा रहेगा और स्वास्थ्य भी फिट रहेगा।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ केतवे नमः” का 22 बार जाप करें।
मीन राशि के जातकों के लिए बुध का वक्री होना उनके नौवें भाव में प्रभाव डालेगा। इस दौरान आपको जीवन में सुख-सुविधाओं की कमी महसूस हो सकती है और भाग्य का साथ भी कम रहेगा। संपत्ति से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। करियर में कार्यों की योजना पेशेवर तरीके से बनानी चाहिए ताकि सफलता मिल सके। व्यापार में बाधाएं आ सकती हैं और लाभ कम हो सकता है।
आर्थिक जीवन में भी समस्याएं आ सकती हैं, जिससे आप धन संभालने में मुश्किल महसूस करेंगे। निजी जीवन में रिश्तों में खुशियों की कमी हो सकती है। यात्रा करते समय सावधानी बरतें, क्योंकि दुर्घटनाओं की संभावना हो सकती है।
उपाय: प्रतिदिन “ॐ शनैश्चराय नमः” का 44 बार जाप करें।
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