डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। UP Hathras Satsang Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद के थाना सिकंदराराऊ क्षेत्र में बड़ा हादसा हुआ है। यहां के रतीभानपुर गांव में चल रहे भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ मच गई। इस हादसे में 116 लोगों की मौत हो गई, जिसमें सात बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं। वहीं, कई की हालत गंभीर है। अब तक 72 लोगों की पहचान हो चुकी है।
राज्य के डीजीपी प्रशांत कुमार ने मृतकों की संख्या की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि सभी चीजों की जांच चल रही है। हम निष्कर्ष पर पहुंचकर प्रक्रिया को प्रभावित नहीं करना चाहते। जांच के निष्कर्षों के आधार पर मामला आगे बढ़ेगा।
पुलिस ने भोले बाबा की तलाश में मैनपुरी जिले के राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट में तलाशी अभियान चलाया। डिप्टी एसपी सुनील कुमार ने कहा कि हमें कैंपस के अंदर बाबा नहीं मिले। वे यहां नहीं है।
मुख्य मेडिकल अधिकारी डॉक्टर आर.सी.गुप्ता ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि हमने जिला अस्पताल, डॉक्टरों और पैरामेडिकल टीम को सतर्क कर दिया है। 30 बेड आरक्षित किए गए हैं।
#WATCH | Uttar Pradesh: Police conducts search operation at Ram Kutir Charitable Trust in Mainpuri district in search of 'Bhole Baba', who conducted a Satsang in Hathras where a stampede took place today claiming the lives of 116 people. pic.twitter.com/2Z9WixiaIq
— ANI (@ANI) July 2, 2024
हाथरस हादसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुआवजे का एलान किया है। मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को पचास-पचास हजार की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं सभी घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
अलीगढ़ के जिला मजिस्ट्रेट विशाक जी ने कहा कि हाथरस में जितने लोगों की मौत हुई है उसमें से 23 शव अलीगढ़ आ चुके हैं। पंचनामा भरकर आगे की कार्रवाई की जा रही है। तीन घायल JNMC मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं, जिसमें एक की हालत गंभीर है।
यूपी सरकार में मंत्री असीम अरुण ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन मंत्रियों को भेजा है। इसके लिए सीएम ने जांच समिति का गठन किया है, जो रिपोर्ट देगी। उन्होंने कहा, 'जिसकी भी गलती होगी उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सीएम बुधवार को आएंगे और व्यवस्थाओं को देखेंगे।'
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने हादसे पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने एक्स हैंडल पर लिखा, 'हाथरस जिले में हुई दुर्घटना में महिलाओं और बच्चों सहित अनेक भक्तों की मौत का समाचार हृदय विदारक है।' मैं अपने परिवारजनों को खोने वाले लोगों के प्रति गहन शोक संवेदना व्यक्त करती हूं।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हादसे से मन अत्यंत व्यथित है। इस दुर्घटना में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारजनों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ईश्वर उन्हें कष्ट सहने की शक्ति दें।
भगदड़ की घटना के एक चश्मदीद ने कहा कि हम आगरा से सत्संग में शामिल होने आए थे। मेरी 15 साल की बेटी लापता है। आगरा से करीब 20-25 लोग आए थे, लेकिन हमारी बेटी नहीं मिली। वहीं, चश्मदीद सुरेश ने बताया, मैं बदायूं से अपने परिवार के साथ यहां आया था। मेरे छोटे भाई की पत्नी लापता है।
घटनास्थल एटा सिकंदराराऊ के बॉर्डर पर है। घायलों को बस-टैंपो में लादकर जिला अस्पताल लाया गया है। अब तक 27 शव एटा पोस्टमार्टम गृह पर लाए गए हैं। मृतकों में 23 महिलाएं और तीन बच्चे भी शामिल हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद डीएम आशीष कुमार और एसपी निपुण अग्रवाल मौके पर पहुंच गए हैं।
एटा शहर के मोहल्ला वनगांव के रहने वाले रामदास की पत्नी सरोज लता की भी मौत हो चुकी है। उनके बेटे और बहू की हालत गंभीर है। बताया जा रहा है कि मृतक हाथरस और एटा के रहने वाले हैं। मृतकों के शवों को अलीगढ़ और एटा पहुंचाया जा रहा है।
एटा एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने कहा कि हाथरस जिले के मुगलगढ़ी गांव में एक धार्मिक आयोजन चल रहा था, तभी भगदड़ मच गई। एटा अस्पताल में अब तक 27 शव आ चुके हैं, जिनमें 23 महिलाएं, 3 बच्चे और 1 पुरुष शामिल हैं। आगे की जांच की जा रही है।
#WATCH | Uttar Pradesh: Etah SSP Rajesh Kumar Singh says, "... A religious event was going on in Mughalgarhi village of Hathras district when the stampede occurred. So far 27 dead bodies have been received in the Etah Hospital, including 23 women, 3 children, and 1 man. The… https://t.co/Ih37mRehAY pic.twitter.com/xJa3AN4Yo4
— ANI (@ANI) July 2, 2024
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद हाथरस में हुए हादसे का संज्ञान लिया। उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाकर जिला प्रशासन के अधिकारियों को उनके समुचित उपचार के निर्देश दिए हैं। साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की है।
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।उन्होंने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को पचास-पचास हजार की आर्थिक सहायता देने का निर्देश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, दोपहर 12.30 बजे सत्संग खत्म होने के बाद भीड़ को रोक दिया गया था और भोले बाबा को पीछे के दरवाजे से निकाला जा रहा था। सिकंदराराऊ मे सड़क के किनारे चार फीट नीचे का दलदल ही मौतों की वजह बना। प्रारंभ में कुछ लोग यहां गिरे और उसके बाद भगदड़ ऐसी मची कि सौ से ज्यादा की मौत हो गई।
हाथरस डीएम आशीष कुमार ने कहा कि जिला प्रशासन मामले की जांच कर रहा है। घायलों को अस्पताल ले जाया जा रहा है। लोगों का इलाज जारी है। कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति एसडीएम ने दी थी। यह एक निजी कार्यक्रम था। उन्होंने कहा, 'मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है। प्रशासन का प्राथमिक ध्यान घायलों और मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद प्रदान करना है।'
#WATCH | Uttar Pradesh | Hathras Stampede | Visuals from the spot where the incident took place, claiming the lives of several people. pic.twitter.com/PzZOKhlEYe
— ANI (@ANI) July 2, 2024
एटा जिले के पटियाली के गांव बहादुर नगर के जाटव परिवार में जन्मे सूरज सिंह पाल एलआईयू में पुलिस कांस्टेबल के पद पर नौकरी करते थे। 17 साल पहले अलीगढ़ में तैनाती के दौरान सत्संग शुरू किया। कुछ समय बाद नौकरी से इस्तीफा देकर पाल साकार विश्व हरि भोले बाबा बन गए।
साकार विश्व हरि ने अपना आश्रम पटियाली में बनाया। भोले बाबा के अनुयायियों की संख्या लाखों में है। वह मीडिया से दूरी बनाए रहते हैं। सत्संग की व्यवस्था अनुयायी ही संभालते हैं।