EPF Interest Rate: 7 करोड़ लोगों को खुशखबरी, अगस्त में जमा होगी 8.15 फीसदी ब्याज राशि
EPF Interest Rate कर्मचारी ईपीएफओ की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने ब्याज की जानकारी ले सकेंगे।
By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Mon, 24 Jul 2023 02:25:17 PM (IST)
Updated Date: Mon, 24 Jul 2023 02:25:52 PM (IST)
ईपीएफ खाते पर ब्याज दर की घोषणा 24 जुलाई, 2023 को एक सर्कुलर के माध्यम से की गई है। HighLights
- बीते साल EPF खाते में ब्याज का राशि देरी से जमा की गई थी।
- 7 करोड़ ईपीएफओ सदस्यों का जल्द लाभ मिलेगा।
- मार्च माह में ब्याज दर को 8.10 फीसदी से बढ़ाकर 8.15 फीसदी करने का प्रस्ताव दिया था।
EPF Interest Rate। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) जल्द ही ईपीएफ सदस्यों के खातों में ब्याज की राशि जमा कर सकता है। गौरतलब है कि ईपीएफओ ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए EPF खाते पर 8.15 फीसदी की ब्याज दर का ऐलान किया था, जो अब अगस्त माह में जमा किया जा सकता है। ईपीएफ खाते पर ब्याज दर की घोषणा 24 जुलाई, 2023 को एक सर्कुलर के माध्यम से की गई है।
केंद्र सरकार की मंजूरी
सर्कुलर के मुताबिक, "केंद्र सरकार के श्रम और रोजगार मंत्रालय ने
EPF योजना, 1952 के पैरा 60 के प्रावधानों के अनुसार, EPF योजना के हर सदस्य के खाते में वर्ष 2022-23 के लिए 8.15 फीसदी की दर से ब्याज जमा करने के लिए कर्मचारी भविष्य निधि योजना, 1952 के पैरा 60 (1) के तहत केंद्र सरकार की मंजूरी से अवगत कराया है।
पिछले साल देर से जमा हुआ था ब्याज
बीते साल EPF खाते में
ब्याज का राशि देरी से जमा की गई थी, लेकिन इस वर्ष ब्याज राशि देने में किसी भी तरह की देरी नहीं होगी। 7 करोड़ ईपीएफओ सदस्यों का जल्द लाभ मिलेगा। बोर्ड ने मार्च माह में ब्याज दर को 8.10 फीसदी से बढ़ाकर 8.15 फीसदी करने का प्रस्ताव दिया था। कर्मचारी ईपीएफओ की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने ब्याज की जानकारी ले सकेंगे।
कर्मचारी ऐसे चेक करें अपना EPF बैलेंस
- पहला तरीका: उमंग ऐप का उपयोग करके।
- दूसरा तरीका: आझइध मेंबर E-सेवा पोर्टल पर जाकर।
- तीसरा तरीका: मिस्ड कॉल देकर
- चौथा तरीका: अपने रजिस्टर्ड नंबर से 9966044425 पर मिस्ड कॉल देकर।
जानें क्या है ईपीएफओ सेवा
कर्मचारी भविष्य निधि वेतन भोगी कर्मचारियों के लिए एक अनिवार्य योगदान है। इसके अंतर्गत कर्मचारी का नियोक्ता भी EPF खाते में बराबर योगदान करने के लिए बाध्य होता है। हर माह कर्मचारी की सैलरी का 12 फीसदी हिस्सा EPF खाते में में जमा किया जाता है। नियोक्ता के मामले में, EPF खाते में केवल 3.67 फीसदी जमा किया जाता है। शेष 8.33 फीसदी कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) में जाता है।