TATTOO Side Effect: आप भी टैटू बनवाने के शौकीन है तो इन बातों की जरूर रखें सावधानी
TATTOO Side effects टैटू पिगमेंट के अंदर कुछ ऐसे इनग्रेडिएंट्स होते हैं जो MRI मशीन के साथ रिएक्ट करते हैं
By Sandeep Chourey
Edited By: Sandeep Chourey
Publish Date: Tue, 25 Apr 2023 11:13:49 AM (IST)
Updated Date: Tue, 25 Apr 2023 12:33:22 PM (IST)
TATTOO Side effects। आजकल अधिकांश लोगों में टैटू बनाने के क्रेज देखा जाता है। टैटू बेसिकली एक परमानेंट सा मार्क होता है, जो स्किन के ऊपर बनाया जाता है, जिसमें कुछ पिगमेंट अलग-अलग रंग के पिगमेंट स्किन की टॉप प्लेयर के अंदर डाले जाते हैं। स्किन के नीचे यह कलर पिगमेंट ज्यादातर बगैर एनेस्थीसिया ही दिया जाता है, क्योंकि बहुत ज्यादा पेनफुल नहीं होता है। कुछ लोगों को इसमें थोड़ी बहुत इसमें
ब्लीडिंग भी हो सकती है। यदि आप भी टैटू बनवाने के शौकीन हैं तो इन बातों की सावधानी जरूर रखें -
स्किन इंफेक्शन का खतरा
टैटू बनवाने पर डाई से संबंधित खतरा होने का खतरा अधिक रहता है। इसके हमेशा टैटू बनवाते समय हमेशा अच्छी डाई का ही इस्तेमाल करें। अलग-अलग कलर की डाई स्किन रिएक्शन पैदा करते हैं। कुछ लोगों में सुई के कारण इंफ्लामेट्री चेन रिएक्शन हो सकता है।
MRI कराएं तो समय रखें सावधानी
यदि आपने टैटू बनवाया है तो
MRI कराने के बाद कुछ समस्या पैदा हो सकती है। दरअसल सीटी स्कैन, MRI के बाद टैटू वाली जगह पर बर्निंग की समस्या हो सकती है। दरअसल टैटू पिगमेंट के अंदर कुछ ऐसे इनग्रेडिएंट्स होते हैं जो MRI मशीन के साथ रिएक्ट करते हैं और ये पिगमेंट MRI की इमेज के साथ भी प्रॉब्लम खड़ी करते हैं।
गर्भावस्था में न बनवाएं टैटू
इसके अलावा यदि आप एलर्जी या एंटी इंफेक्शन दवाओं का सेवन करते हैं तो भी आपको टैटू बनवाते समय सावधानी बरतनी चाहिए। इसके अलावा गर्भावस्था में भी टैटू नहीं बनाना चाहिए।
डिस्क्लेमर
स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।