Child Care हेल्थ डेस्क, इंदौर। मौसम परिवर्तन के कारण बीमारियां बढ़ने लगती हैं। ऐसे में सभी आयु वर्ग के लोगों को विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए। खासकर बच्चों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। मानसून से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है। इस मौसम में संक्रमण का खतरा भी अधिक रहता है। वायरल, फ्लू, दस्त, सर्दी-खांसी आदि बीमारियां होने की आशंका बढ़ जाती है। वहीं दूषित पानी पीने के कारण टाइफाइड और पीलिया का खतरा भी रहता है। शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ. सिल्की मित्तल से समझते हैं मौसम परिवर्तन के दौरान बच्चों को किस तरह से ध्यान रखना चाहिए।
हर वर्ष पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चे को फ्लू वैक्सीन अवश्य लगाना चाहिए। ताकि बीमारियों से बचा जा सके। इसके अलावा बच्चों के खानपान में भी पेरेंट्स को विशेष तौर पर ध्यान देना चाहिए।
बच्चों में हाथ धोने की आदत डलवानी चाहिए, क्योंकि इससे भी संक्रमण से बचा जा सकता है। यदि बच्चों की तबीयत खराब है तो उन्हें स्कूल नहीं भेजना चाहिए, क्योंकि इससे अन्य बच्चे भी बीमार हो सकते हैं।
खानपान में बाहर का जंक फूड बच्चों को नहीं खाने देना चाहिए। इसके बजाय उन्हें घर का पौष्टिक आहार देना चाहिए, यह सेहत के लिए फायदेमंद होता है। साथ ही हरी सब्जियां बारिश में दूषित हो सकती हैं, इसलिए सावधानी से धोकर खाएं।
बच्चों को अधिक मात्रा में पानी पिलाना चाहिए, क्योंकि पानी कम पीने से कब्जियत और यूरिन इंफेक्शन का खतरा रहता है।