नागदा जं.। चरित्र शंका को लेकर मंगलवार को एक महिला पर पति, सास, ससुर व एक अन्य महिला रिश्तेदार ने तलवार से हमला कर दिया था। महिला को कमरे में बंद कर उसकी नाक, जीभ और स्तन काट दिए थे। पुलिस ने बुधवार को दो आरोपित ससुर व मौसी सास को गिरफ्तार कर लिया है। इन्हें न्यायालय में पेश किया जहां से जेल भेजने के आदेश दिए गए। महिला का गंभीर अवस्था में इंदौर एमवाय अस्पताल में उपचार चल रहा है।
विद्यानगर में मंगलवार सुबह राधाबाई पत्नी राजेश चंद्रवंशी 35 वर्ष को उसके पति राजेश, ससुर सीताराम, सास गेंदाबाई, मौसी सास कलाबाई ने कमरे में बंद कर उस पर तलवार से हमला कर दिया। आरोपितों ने राधाबाई की जीभ, नाक, स्तन काट दिए। आरोपितों ने महिला के मुंह में बेलन ठूंस दिया, ताकि वह चिल्ला नहीं पाए। इसके बाद घायल अवस्था में महिला को घर के बाहर फेंक दिया था। घटना के बाद आरोपित फरार हो गए थे। राधाबाई की हालत गंभीर होने पर उसे इंदौर रेफर किया था। पुलिस ने पति राजेश, ससुर सीताराम, सास गेंदाबाई, मौसी सास कलाबाई के खिलाफ धारा 307 में प्रकरण दर्ज कर इनकी तलाश में मंडी, बिरलाग्राम पुलिस की तीन टीमें बनाई थीं। मामले की गंभीरता को देख बुधवार को एसपी सत्येंद्रकुमार शुक्ल नागदा पहुंचे और मौका मुआयना कर अधिकारियों को निर्देश दिए। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और चार में से दो आरोपित ससुर सीताराम को गांव चंद्रावत से व मौसी सास कलाबाई को मेहतवास से गिरफ्तार किया। एएसपी आकाश भूरिया ने बुधवार को बिरलाग्राम थाने में पर्दाफाश किया। एएसपी ने बताया कि पति राजेश ने उसके साले राधेश्याम को फोन कर बताया कि 15 वर्ष से सहन कर रहा हूं। तुम्हारी बहन घर के बाहर पड़ी है उसे आकर देख लो। इसके बाद उसने मोबाइल बंद कर लिया। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए अमलावदिया, लसुड़िया जयसिंह, डाबरी, सिमरोल, मकला सहित आधा दर्जन स्थानों पर दबिश दी। हत्या के बाद फरार होने में उपयोग की गई बाइक एमपी-13-ईवी-4225 को पुलिस ने जब्त किया है। गिरफ्तार दोनों आरोपितों को बुधवार को न्यायालय में पेश किया जहां न्यायाधीश के आदेश पर जेल भेज दिया गया।
15 साल पहले हुई थी शादी
घायल महिला की शादी राजेश से 15 वर्ष पूर्व हुई थी। उसके दो बेटे हैं। राजेश ट्रक चालक है तथा ज्यादातर बाहर ही रहता है। चरित्र की शंका में परिवार में कई दिनों से विवाद चल रहा था। घायल महिला ने पति के खिलाफ बिरलाग्राम थाने में मारपीट की शिकायत भी की थी।
इनकी रही भूमिका
पर्दाफाश के दौरान सीएसपी मनोज रत्नाकर, टीआइ श्यामचंद्र शर्मा, बिरलाग्राम इंचार्ज टीआइ हेमंतसिंह जादौन मौजूद थे। आरोपितों को पकड़ने में एसआइ एमएल रावत, एसआइ विक्रमसिंह, आरक्षक सुरेश डांगी, जितेंद्र सेंगर, प्रकाश यादव, संजयसिंह, राकेश मालवीय, पुष्पेंद्रसिंह, पुष्पराज आदि की भूमिका रही।
एफएसएल टीम ने की घटनास्थल की जांच
एसपी द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद बुधवार दोपहर एफएसएल अधिकारी अरविंद नायक, पुलिस फोटोग्राफर बाबूलाल मेहता के साथ जिला मुख्यालय से आकर घटनास्थल की गंभीरता से जांच की। जांच के दौरान एफएसएल टीम ने मौके से सैंपल लिए। महिला की जान बचाने वाले टीआइ श्यामचंद्र शर्मा, आरक्षक जितेंद्र सेंगर, यशपालसिंह कुशवाह, धर्मेंद्र प्रतापसिंह को एसपी शुक्ल ने पुरस्कृत करने की बात कही।