सागर (नवदुनिया प्रतिनिधि)। मप्र के सागर शहर के सेंट जोसेफ कान्वेंट स्कूल से छात्र को निलंबित करने के मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कलेक्टर दीपक आर्य को मामले जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने और सात दिन में जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। इसी मामले में सोमवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में स्कूल गेट पर प्रदर्शन करते हुए 10 छात्रों को जयश्री राम का जयघोष करने पर निलंबित करने का आरोप स्कूल प्रबंधन पर लगाया है।
सुबह बड़ी संख्या में पहुंचे कार्यकर्ता
अभाविप कार्यकर्ता सोमवार सुबह बड़ी संख्या में स्कूल गेट पर धरने पर बैठ गए। उनका कहना है कि बीते शुक्रवार को लंच टाइम में 10वीं के छात्रों ने क्लास में जयश्रीराम के जयकारे लगाए थे। इस पर स्कूल प्रबंधन ने 30 बच्चों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए 10 से ज्यादा बच्चों को निलंबित कर दिया। बाकी को माफीनामा लिखवाकर कार्रवाई से बाहर रखा गया।
प्रदर्शन की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे जिला शिक्षा अधिकारी अखिलेश पाठक, एसडीएम सपना त्रिपाठी ने परिषद कार्यकर्ताओं को जांच का आश्वासन देकर शांत किया। इधर स्कूल प्राचार्य सिस्टर मोली का कहना है कि अनुशासनहीनता के चलते शुक्रवार को 10वीं के एक बच्चे को तीन दिन के लिए निलंबित किया गया है। जयकार लगाए जाने जैसा घटनाक्रम स्कूल परिसर में नहीं हुआ है।
मामले की जांच एसडीएम को सौंपी
इस मामले को लेकर कलेक्टर दीपक आर्य का कहना है कि बाल आयोग द्वारा जवाब मांगे जाने की जानकारी नहीं है, लेकिन एसडीएम से मामले की जांच करवाई जा रही है। वहीं एसडीएम सपना त्रिपाठी ने कहा कि शिकायत मिलते ही सोमवार को टीम के साथ स्कूल पहुंचकर मामले की जांच की है। प्राथमिक जांच में मामला अनुशासनहीनता का लग रहा है। अभी कुछ बच्चों के बयान और लिए जाना है। इसके बाद स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Sagar News: कान्वेंट स्कूल से छात्र को सस्पेंड किए जाने पर एबीवीपी का प्रदर्शन, यह आरोप लगाया#mpnews #sagarnews #ABVP #Naidunia https://t.co/VEEp0mY0va pic.twitter.com/qJFBfkt6z4
— NaiDunia (@Nai_Dunia) December 12, 2022
अनुशासनहीनता पर एक बच्चे को किया सस्पेंड
स्कूल की प्राचार्य सिस्टर मोली का कहना है कि स्कूल में एक ब्लाक के बच्चे दूसरे ब्लाक में नहीं जा सकते। शुक्रवार को 10वीं के कुछ बच्चे दूसरे ब्लाक में चले गए। जहां मौजूद शिक्षक ने उन्हें समझाइश देकर वापस जाने का बोला। शिक्षक ने जैसे ही बच्चों से गो बैक कहा, तो बच्चों ने भी गो-बैक, गो-बैक चिलाते हुए हूटिंग शुरू कर दी। मामले की टीचर ने शिकायत की थी। इसके बाद एक बच्चे को 3 दिन के लिए सस्पेंड किया गया है। जयकार लगाए जाने जैसा घटनाक्रम स्कूल परिसर में नहीं हुआ है। राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग का हमारे पास अभी कोई पत्र नहीं आया है।