Morena Harsh Firing News: मुरैना, नईदुनिया प्रतिनिधि। मुरैना जिले में हर्ष फायरिंग की घटनाएं जिस ताबड़तोड़ तरीके से सामने आ रही हैं, उससे पुलिस प्रशासन की भी नींद हराम हो गई है। अब हर्ष फायरिंग की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस गांव-गांव जाकर मुनादी करवा रही है। इसके अलावा मैरिज गार्डन संचालकों को भी हिदायत दी जा रही है।
गौरतलब है कि मुरैना जिले में शादी समारोहों के बीच लगातार हर्ष फायरिंग की घटनाएं सामने आ रही हैं। पांच दिन पहले पोरसा के मटियापुरा गांव में एक शादी समारोह में हुए हर्ष फायर में सीआरपीएफ जवान की मौत हो गई थी। इसके बाद भी शादियों में हर्ष फायरिंग लगातार हो रहे हैं। इसे देखते हुए एसपी आशुतोष बागरी ने जिलेभर के थाना प्रभारियों के निर्देश दिए हैं, कि वह गांव-गांव में मुनादी करवाएं। इसके बाद पुलिस टीमें गांव-गांव जा रही हैं और लाउडस्पीकर ऐलान करवाया जा रहा है, कि शादियों में हर्ष फायर करना गैर कानूनी है। जो भी हर्ष फायर करता पाया जाएगा, उस पर एफआइआर होगी और बंदूक का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा। देहात व ग्रामीण इलाके के थाने यह मुनादी करवा रहे हैं, तो जिला मुख्यालय व कस्बो के थाना प्रभारी अपने-अपने क्षेत्र के मैरिज हाल संचालकों के साथ बैठक लेकर हर्ष फायर रोकने की रणनीति बना रहे हैं। हर मैरिज गार्डन संचालक को अपने यहां सीसीटीवी कैमरे लगाने, हर्ष फायर की सूचना तत्काल थाने में देने की नसीहत के साथ चेतावनी भी दी जा रही है, कि मैरिज हाल संचालक द्वारा हर्ष फायर की घटना को छिपाया गया तो उस पर भी एफआइआर करवाई जाएगी।
पहचान हुई पर बयानों में अटकी कार्रवाईः चार दिन पहले चिन्नाौनी थाना क्षेत्र के खिड़ोरा गांव में लगन-फलदान के कार्यक्रम में महिला डांसरों के बीच ताबड़तोड़ हर्ष फायर किए गए। नईदुनिया ने 20 अप्रैल के अंक में 'शादी में डांसरों के ठुमकों के बीच जमकर किए हर्ष फायर, वीडियो वायरल' शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद चिन्नाौनी पुलिस ने सात अज्ञात लोगों पर धारा बलवा और हवाई फायर कर दशहत फैलाने जैसी गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया है। हर्ष फायरिंग करने वालों की पहचान हो चुकी है, यह चिन्नाौनी, खिड़ोरा, जौरा के अलावा अंबाह, पोरसा और जनकपुर गांव के हैं। लेकिन पुलिस इन पर नामजद एफआइआर नहीं कर पा रही। थाना प्रभारी अविनाश राठौर के अनुसार कुछ लोग बयान नहीं दे रहे इस कारण कार्रवाई अटकी है। उधर एसपी का कहना है कि इनकी पहचान कर बंदूकों के लाइसेंस भी निरस्त करवाए जाएंगे।
वर्जन
- हर्ष फायरिंग को लोग मान-सम्मान व प्रतिष्ठा मानते हैं, जबकि यह गलत काम है। इसके कारण लोगों की जान संकट में आ जाती है। कई लोगों की जान जा भी चुकी है। हम जनभागीदारी से इसे रोकने के पूरे प्रयास कर रहे हैं। गांव-गांव में थानों की टीम मुनादी कर रही है, मैरिज होम संचालकों को भी समझाइश दे रहे हैं।
आशुतोष बागरी,एसपी, मुरैना