महू (नईदुनिया प्रतिनिधि)। राम मंदिर के लिए कई संघर्ष हुए और कई भक्तों की जान भी गई। तब कहीं जाकर अब हम राम मंदिर का निर्माण होते देख रहे हैं। यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है।
यह बात राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के अवसर पर प्रथम शिला रखने वाले कामेश्वर चौपाल ने नगरागमन पर उनके स्वागत समारोह में कही। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि हम राम मंदिर का निर्माण होते देख रहे हैं। कामेश्वर चौपाल आंबेडकर स्मारक जन्मभूमि पर माल्यार्पण करने पहुंचे। यहां पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, विश्व हिंदू परिषद सहित अनेक समाजों के प्रमुख ने उनका स्वागत किया। आंबेडकर जन्म स्मारक समिति के सचिव राजेश वानखड़े ने स्मारक परिसर का अवलोकन कराकर स्मारक के बारे में जानकारी दी। यहां कामेश्वर चौपाल ने चर्चा करते हुए कहा कि मैं भगवान बुद्घ की ज्ञानभूमि से आया हूं। डा. आंबेडकर की पावन धरा पर आकर धन्य हो गया। स्मारक पर माल्यार्पण करने के पश्चात मोती महल परिसर में एक व्याख्यान कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
कार्यक्रम में प्रबुद्घ वर्ग और सभी समाज प्रमुखों के लोग उपस्थित थे। उमाशंकर सैनी व मनीष कदम द्वारा सामूहिक गीत की प्रस्तुति दी गई। परिचय श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के जिला संयोजक बसंत मौर्य ने दिया। मंच पर कामेश्वर चौपाल सहित विश्व हिंदू परिषद के सोहन विश्वकर्मा व आनंद गिरि महाराज उपस्थित थे। चौपाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि राम जन्मभूमि के लिए सैकड़ों वर्षों तक संघर्ष चलता रहा। इस जन्मभूमि के लिए 70 बार युद्घ लड़ा गया और चार लाख लोग बलिदान हुए। 1986 में राम जन्मभूमि का ताला राम भक्तों के लिए खोल दिया गया। विहिप के अशोक सिंघल व संतों के मार्गदर्शन में पूरे देश में शिलाओं का पूजन हुआ। इनमें लगभग तीन लाख शिलाएं पूरे देश में पूजी गईं। चौपाल ने कहा कि अखिल भारतीय स्तर पर प्रांत, जिला, नगर मोहल्ला स्तर पर एक समिति श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के निमित्त बनी है, जिसके कार्यकर्ता आपके घर निधि समर्पण के लिए आएंगे। कार्यक्रम का संचालन राजेश जौहरी ने किया। आभार शैलेष गिरिजे ने माना।
मंदिर निर्माण के बढ़-चढ़कर धनराशि दे रहे रामभक्त
बेटमा। राम मंदिर के लिए निधि समर्पण महाअभियान नगर सहित ग्रामीण अंचलों में भी जारी है। अभियान से जुड़े लोग घर-घर जाकर सहयोग राशि एकत्रित कर रहे हैं। यही नहीं रामभक्तों ने भी अपनी तिजोरी खोल दी है। मंदिर निर्माण में नगर के चिकित्सक डा. वीरेंद्रसिंह चौधरी ने 1 लाख 11 हजार रुपये की राशि संग्रह टोली को भैंट की। ग्राम चिकलोंडा के भगवानसिंह, मोहनसिंह, केसरसिंह, गोपालसिंह व विशालसिंह ने 1 लाख रुपए और सिद्घूसिंह सोलंकी की स्मृति में उनके पुत्र ठाकुर अंतरसिंह, भगवानसिंह, नारायणसिंह सोलंकी निवासी गांव सेजवानी ने 51 हजार रुपये, दर्यावसिंह की स्मृति में उनके पुत्र सरपंच जगदीश निवासी गांव पीरपिपलिया ने 21 हजार रुपये, नगर की पूर्व पार्षद ज्योति सिसौदिया की स्मृति में उनके पति नारायण सिसौदिया ने 11 हजार रुपये भेंट किए। नगर के बड़ी संख्या में रहवासियों ने मंदिर निर्माण हेतु 5100-5100 रुपये प्रदान किए हैं।