Ban on Panipuri: मंडला, नईदुनिया प्रतिनिधि। जिला मुख्यालय से लेकर चिरईडोंगरी क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में गोलगप्पे (फुल्की) ने कोहराम मचा दिया है। यहां फुल्की खाने के बाद फूड पाइजनिंग का शिकार हो कर लोग बीमार हो गए। इसके बाद प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए फुल्की बेचने वाले एवं इसे बनाने का समान बेचने वालों पर कार्रवाई की है। साथ ही जिले में चाट-फुल्की के विक्रय पर फिलहाल प्रतिबंध लगा दिया है।
फूड पॉइजनिंग से एक गंभीर
जिला मुख्यालय के राधाकृष्णन वार्ड एवं सरदार पटेल वार्ड और नारायणगंज ब्लॉक के चिरईडोंगरी क्षेत्र के मंगलगंज, कोंड्रा, सहजनी, लालपुर, भावल सहित अन्य गांवों में फेरी लगाकर फुल्की बेचने वाले दो भाइयों से फुल्की खाने के बाद 57 बच्चे एवं 2 गर्भवती महिलाओं सहित करीब 115 लोग फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए। जो जिला अस्पताल एवं नारायणगंज स्वास्थ्य केंद्र में इलाज करा रहे है। इसमें 1 बच्चा गंभीर अवस्था में है जिसे जबलपुर के मेडिकल कॉलेज में रेफर किया गया है।
मौसमी व्यवसाय करते हैं आरोपी
घटना के बाद प्रशासन ने सख्ती दिखाई और फुल्की खाने से बीमार हुए लोगों के बताए अनुसार फुल्की बनाने वालों की सर्चिंग की गई। इसमें पाया गया कि रिलायंस पेट्रोल पंप के पीछे हीरालाल की जमीन में लगभग 15-20 वर्षों से 6-7 परिवार रहते हैं, जो मूलरूप से जालौन उरई उत्तरप्रदेश के निवासी हैं। ये लोग पूरे जिले में भ्रमण कर फुल्की, आईस्क्रीम का मौसमी व्यवसाय करते हैं। इनके संबंध में मकान मालिक द्वारा कोई सूचना थाने में नहीं दी गई। पूछताछ में मकान मालिक के पास इनके कोई पहचान पत्र भी नहीं मिले।
साइट्रिक-एसिड बेचने वाली दुकान सील
नगर में फुल्की बेचने वाला युवक यूनुस मंसूरी पिता जाकिर उम्र 20 वर्ष एवं चिरईडोंगरी में फुल्की बेचने वाले युवक की पहचान यूसुब पिता जाकिर हुसैन उम्र 19 वर्ष दोनों निवासी जिला जालौन उप्र के तौर पर हुई है। इन्हें थाने लाकर पूछताछ करने पर यूसुब ने बताया कि फुल्की में खटाई के लिए साईट्रिक-एसिड डाला गया है, लोग संभवतः उसी से बीमार हुए हैं। साईट्रिक-एसिड में एक्सपायरी तारीख का उल्लेख नहीं होने के कारण उक्त दुकान को सील करने की भी कार्रवाई की गई, जिसमें फुल्की वालों को साईट्रिक-एसिड बेचा है।
जिले में चाट फुल्की प्रतिबंधित
जिला प्रशासन द्वारा मामले की जांच कार्यवाही पूर्ण होने तक जिले में चाट फुल्की को प्रतिबंधित किये जाने के आदेश जारी कर दिए। साथ ही राजस्व, फूड एवं पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए मकान मालिक व फुल्की वालों पर नियमानुसार कार्यवाही की जा रही हैं। समस्त फुल्की बनाने वालों की सेम्पलिंग करवाई गई व विभाग द्वारा कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई।
स्वास्थ्य में हो रहा सुधार
वहीं बताया गया है कि उपचार के उपरांत अब सभी मरीजों के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से तीन मरीजों को डिस्चार्ज भी कर दिया गया है।