नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। यात्रियों की मांग पर रेलवे ने कोटा-इंदौर-कोटा के बीच साप्ताहिक स्पेशल ट्रेन का संचालन शुरू किया जा रहा है। इस ट्रेन का संचालन 30 जुलाई से 20 अगस्त तक किया जाएगा। यह ट्रेन दोनों दिशाओं में चार-चार फेरे लगाएगी।
रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार, कोटा-इंदौर(09804) ट्रेन प्रति मंगलवार दोपहर 2 बजकर 10 बजे पर कोटा से रवाना होकर रात 9 बजे इंदौर रेलवे स्टेशन पहुंचेगी। इसी तरह इंदौर-कोटा(09803) ट्रेन प्रति मंगलवार रात 10.40 बजे इंदौर से रवाना होगी और बुधवार सुबह 6.25 बजे कोटा पहुंचेगी।
इस ट्रेन का दोनों दिशाओं में रामगंज मंडी, भवानी मंडी, शामगढ़, सुवासरा, चौमहला, विक्रमगढ़ आलोट, महिदपुर रोड, नागदा, उज्जैन और देवास स्टेशनों पर ठहराव दिया गया है। इस ट्रेन में सेकंड एसी, थर्ड एसी, थर्ड एसी इकोनॉमी, स्लीपर और सामान्य श्रेणी के कोच रहेंगे।
स्थानीय उत्पादों को आम जनता के मध्य प्रचारित करने के लिए वर्ष 2022-23 के सामान्य बजट में घोषित ‘वन स्टेशन-वन प्रोडक्ट’ के पायलट प्रोजेक्ट को भारतीय रेलवे द्वारा लागू किया गया है। इसके तहत रेलवे स्टेशन के आस-पास के स्थानीय उत्पादों को प्रमोट करने के लिए 15 दिवसीय पायलट प्रोजेक्ट का प्रथम चरण 2022 में शुरू किया गया था। अब इस प्रोजेक्ट को अपडेट किया जा रहा है।
जिसमें अधिक से अधिक संस्था व संगठन को शामिल किया जाएगा। रतलाम मंडल के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी प्रदीप शर्मा ने बताया कि वर्तमान में यह इस योजना के तहत रतलाम मंडल के कुल 18 स्टेशनों इंदौर, उज्जैन, देवास, रतलाम, नागदा, चित्तौड़गढ़, निम्बाहेड़ा , नीमच, दाहोद, सीहोर, मंदसौर, मक्सी , फतेहाबाद चंद्रावतीगंज, डॉ. अम्बेडकर नगर, लक्ष्मीबाई नगर, चंदेरिया, शुजालपुर और जावरा स्टेशनों पर ओएसओपी आउटलेट्स इंस्टॉल किए जा चुके हैं ।
इस योजना के तहत अभी तक कुल 458 स्टॉल लगाए जा चुके हैं। यहा से 79 लाख के 68 हजार से अधिक सामानों की बिक्री की गई है। मंडल पर अभी तक 70 लाभार्थियों ने इस योजना का लाभ लिया है। रतलाम मंडल पर इस योजना की मांग काफी अच्छी रही है, जो इस योजना के मूल उद्देश्य वोकल फॉर लोकल को चरितार्थ कर रहा है।
शर्मा ने बताया कि रतलाम मंडल के विभिन्न स्टेशन पर वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना के तहत अभी तक विभिन्न स्थानीय उत्पाद जैसे भैरोगढ़ प्रिंट, जूट प्रोडक्ट, लेदर प्रोडक्ट, लकड़ी के खिलौने, शहद, बेकरी , हर्बल एवं ग्रीन टी, सेमी प्रोसेस्ड फूड आइटम जैसे-अचार, पापड़, खाखरा, आंवला कैंडी, मुरब्बा, आदिवासी प्रोडक्ट, काऊ डंग(गोबर) से बने प्रोडक्ट जैसे मूर्तियां, सजावट के सामान इत्यादि का स्टॉल लगाया गया है। इस योजना के तहत स्वयं सहायता समूह या स्थानीय संगठन द्वारा अपने उत्पादों का विवरण देकर स्टेशन पर दो महीने के लिए स्टॉल लगा सकते हैं।