Pollution In Indore: एक माह में सात जगह लगे यंत्रों से शहरवासी देख पाएंगे ‘रियल टाइम एक्यूआइ’
Pollution In Indore: अभी सिर्फ रीगल तिराहे का डाटा ही सीपीसीबी के पास पहुंच रहा।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Wed, 13 Dec 2023 01:59:08 PM (IST)
Updated Date: Wed, 13 Dec 2023 01:59:08 PM (IST)
रेसीडेंसी गार्डन में नगर निगम द्वारा लगाया गया वायु गुणवत्ता मापी संयंत्र। HighLights
- शहर में वायु गुणवत्ता की निगरानी के लिए अभी करीब सात स्थानों पर वायु गुणवत्ता मापी यंत्र लगे हैं।
- केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पास सिर्फ रीगल स्थित मशीन का डाटा ही पहुंच रहा है।
- इंदौर शहर में सात स्थानों पर लगे वायु प्रदूषण मापी यंत्रों को केंद्रीकृत तरीके के जोड़कर प्रदूषण के आकलन की योजना बना रहा है।
Pollution In Indore: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। शहर में वायु गुणवत्ता की निगरानी के लिए अभी करीब सात स्थानों पर वायु गुणवत्ता मापी यंत्र लगे हैं, लेकिन केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पास सिर्फ रीगल स्थित मशीन का डाटा ही पहुंच रहा है। ऐसे में अब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा इंदौर शहर में सात स्थानों पर लगे वायु प्रदूषण मापी यंत्रों को केंद्रीकृत तरीके के जोड़कर प्रदूषण के आकलन की योजना बना रहा है।
हालांकि अगले एक माह में ही शहर में लगे इन सभी यंत्रों की नेटवर्क कनेक्टिविटी काम पूरा होगा। ऐसे में एक माह बाद शहरवासी भी अपने-अपने क्षेत्र में प्रदूषण के स्तर की जानकारी को शहर के प्रमुख चौराहों पर लगी स्क्रीन पर और आनलाइन देख सकेंगे।
विजय नगर और रीजनल पार्क में लगे यंत्रो की नेटवर्क कनेक्टिविटी
निजी उद्योग के अनुदान से स्कीम 78 के फाइन आर्ट कालेज में
वायु प्रदूषण मापी यंत्र लगाया गया है। इसी तरह रीजनल पार्क में भी एक यंत्र लगा है। ये दोनों निगरानी केंद्र काम तो कर रहे है, लेकिन इनमें नेटवर्क कनेक्टिविटी न होने के कारण
केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड को इनका रियल टाइम डाटा नहीं मिल पा रहा है। नगर निगम द्वारा अगले एक सप्ताह में इन दोनों स्टेशन के नेटवर्क कनेक्टिविटी का कार्य पूरा करने की कवायद की जाएगी। इसके बाद इन दो स्थानों के प्रदूषण को डाटा भी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के माध्यम आम लोगों को रियल टाइम में उपलब्ध होगा।
पोलोग्राउंड में एजेंसी अब लगा रही नया उपकरण
औद्योगिक क्षेत्र में प्रदूषण के आकलन के लिए शहर के
पोलोग्राउंड क्षेत्र में वायु प्रदूषण मापी यंत्र लगाया गया है। इस क्षेत्र में इप्का लेबोरेटरी द्वारा करीब पांच साल पहले यह यंत्र लगाया गया था। इस मशीन में तकनीकी खामी के कारण अब लेबोरेटरी नया प्रदूषण मापी उपकरण लगा रही है। ऐसे मे अगले एक माह में यह इस स्टेशन से भी आनलाइन प्रदूषण का डाटा प्रदूषण बोर्ड को मिल सकेगा।
चार स्थानों पर लगे मानीटरिंग स्टेशन का डाटा होगा आनलाइन
नगर निगम द्वारा शहर में मेघदूत गार्डन, रेसीडेंसी पार्क, एरोड्रम थाने के पास व रीजनल पार्क में एक अन्य वायु प्रदूषण मापी यंत्र लगाया गया है। यहां लगे संयंत्रों को डाटा भी अगले एक माह में मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तक पहुंचने लगेगा।
डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड पर दिखाई देगा सात मानीटरिंग स्टेशन का डाटा
अभी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पास सिर्फ रीगल स्थित वायु गुणवत्ता का डाटा पहुंच रहा है। शहर में अब करीब सात मानीटरिंग स्टेशन काम कर रहे हैं। इनका डाटा अगले एक माह तक प्रदूषण नियंत्रण पहुंचने लगेगा। इससे व्यापक क्षेत्र में मानीटरिंग कार्य होने से शहर के एयर क्वालिटी इंडेक्स का सही आंकलन होगा। यह संभावना हैं कि इस तरह की निगरानी वायु गुणवता का आकलन संतोषजनक श्रेणी में आएगा। शहर के प्रमुख चौराहों पर लगे डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड पर जनता को भी अलग-अलग क्षेत्रों का रियल टाइम प्रदूषण स्तर दिखाई देगा।
-संजय जैन, विज्ञानी मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड