IIT Indore: बेहतर इनोवेशन के दम पर 14 स्टार्टअप ने आइआइटी इंदौर से पाई 40 लाख तक की फंडिंग
IIT Indore: आइआइटी का दृष्टि सीपीसी फाउंडेशन हेल्थ केयर, मैन्युफेक्चरिंग, स्मार्ट सिटी, एग्रीकल्चर और एडटेक क्षेत्र के स्टार्टअप के उत्पादों को मार्केट में लाया जाएगा।
By Sameer Deshpande
Edited By: Sameer Deshpande
Publish Date: Mon, 08 May 2023 09:07:41 AM (IST)
Updated Date: Mon, 08 May 2023 11:31:34 AM (IST)
IIT Indore: गजेन्द्र विश्वकर्मा, इंदौर। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) इंदौर स्टार्टअप तैयार करने के साथ अब देशभर के ऐसे स्टार्टअप को भी आगे बढ़ाने का काम कर रहा है जो विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर कार्य कर रहे हैं। संस्थान ने हेल्थ केयर, मैन्युफेक्चरिंग, स्मार्ट सिटी, एग्रीकल्चर, एडटेक और अन्य क्षेत्रों के ऐसे 14 स्टार्टअप को चुना है जो अपने क्षेत्र में बेहतर इनोवेशन कर रहे हैं। इन्हें 10 लाख से लेकर 40 लाख रुपये तक की फंडिंग भी की गई है। अब इन स्टार्टअप को आइआइटी इंदौर अपनी आधुनिक लैब से जोड़ रही है। स्टार्टअप के संचालक और आइआइटी के प्रोफेसर उत्पादों को बेहतर बनाने के लिए आपस में विस्तार से चर्चा कर सकेंगे।
आइआइटी चुने गए स्टार्टअप की तब तक मदद करेगा जब तक इनके उत्पाद बाजार में उपलब्ध नहीं हो जाएंगे। आइआइटी अपने पूरे संसाधनों के साथ इनकी आर्थिक मदद भी करेगा। यह कार्य दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन के तहत हो रहा है। आइआइटी इंदौर फाउंडेशन के सीईओ आदित्य एसजी व्यास ने बताया कि जिन 14 स्टार्टअप का चयन किया गया है उसमें से दो मध्य प्रदेश के हैं। इसमें एक इंदौर और एक भोपाल का स्टार्टअप शामिल है। दृष्टि सीपीसी फाउंडेशन के तहत छह स्टार्टअप के उत्पादों को बाजार में ला चुके हैं। अब इन स्टार्टअप की आइआइटी के प्रोफेसर मेंटर करेंगे।
दो तरह से संस्थान दे रहा योगदान
आइआइटी इंदौर स्टार्टअप को गति देने के लिए कई तरह से कार्य कर रहा है। संस्थान के पास टेक्नोलाजी इनोवेशन हब के तहत दृष्टि सीपीसी फाउंडेशन है। इसके अलावा एडवांस सेंटर फार इनोवेशन एंड आंत्रप्रेन्योरशिप भी है जो स्टार्टअप को हर तरह की मदद कर रहा है। दृष्टि सीपीसी फाउंडेशन के तहत 8 और 9 मई को देशभर के 14 बेहतर स्टार्टअप को आमंत्रित किया गया है। इन्हें आइआइटी में उपलब्ध संसाधनों और प्रोफेसरों से रूबरू कराया जाएगा। दो दिन में शहर के हेल्थ सेक्टर में काम कर रहे विशेषज्ञ और इंदौर स्मार्ट सिटी के अधिकारी भी शामिल होंगे।
आइआइटी इंदौर के फाउंडेशन के तहत स्टार्टअप मेडिकल क्षेत्र से जुड़कर अपने उत्पादों पर कार्य कर सकें इसके लिए कुछ बड़े हास्पिटल के साथ समझौता भी किया जाएगा। आदित्य का कहना है कि हम सरकार की जिस योजना के साथ काम कर रहे हैं उसके तहत भारत सरकार ने 3600 करोड़ रुपये का फंड बनाकर रखा है। इसका लाभ देश के 25 टेक्नोलाजी इनोवेशन हब को मिल रहा है इसमें से आइआइटी इंदौर हब भी शामिल हैं।
इन स्टार्टअप को मिली फंडिंग
- एमसेंस एआइ (मैन्युफेक्चरिंग), एमएल वर्क एक्स (मैन्युफेक्चरिंग), प्रेसेज (मैन्युफेक्चरिंग), एक्सर्जी (मैन्युफेक्चरिंग), टेकवारियम (इंडस्ट्री), मेधिनी (हेल्थ केयर), एक्स क्लिक थ्रीडी (हेल्थ केयर), मोबीलैब (हेल्थ केयर), मल्हारी प्रोजेक्ट्स (स्मार्ट सिटी), पोडपिटारा (स्मार्ट सिटी), रोड एथेना (स्मार्ट सिटी), मोकल्ट 1.0 (एग्रीटेक), एटूपी (एग्रीटेक), एईएमई (एडटेक)।