Indore News: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। होली पर्व के दौरान यातायात पुलिस पूरे इंदौर में अलर्ट मोड पर रही। इस दौरान कई जगह हुए हादसों में घायलों को पुलिस ने एमवाय अस्पताल पहुंचाया। इसके अलावा कुछ लोगों की इमरजेंसी स्थिति में मदद भी की। होली पर सुगम यातायात के उद्देश्य से डीसीपी यातायात अरविंद तिवारी ने पुलिस बल की ड्यूटी तय कर दी थी। चौराहों, बाजारों, चेकिंग पाइंट आदि पर पुलिस ने हुड़दंगियों पर नजर रखने के साथ जरूरतमंदों की मदद भी की।
सोमवार सुबह साढ़े बजे रेडिसन चौराहे पर बाइक पर सवार मां-बेटे को एक तेज रफ्तार लोडिंग वाहन ने टक्कर मार दी। यातायात प्रबंधन का कार्य देख रहे सूबेदार अमित यादव, प्रधान आरक्षक जितेंद्र यादव, भावना, निकिता ने तत्काल मां-बेटे को उठाया। बेटे जितेंद्र को सामान्य चोट थीं, वहीं मां सुशीला के बाएं पैर की हड्डी टूट गई थी। पुलिस बल ने तुरंत एक आटो में बैठाकर एमवाय अस्पताल भेजा। दोनों का इलाज शुरू करवाकर परिजनों को सूचित किया गया। आर्थिक तंगी के चलते पुलिस ने इलाज का खर्च भी उठाया।
कार के बोनट में से धुआं निकलता देख पुलिस ने तत्काल कार रुकवाई और उसमें सवार पति-पत्नी को बाहर निकाला।
दूसरी घटना में शाम को पलासिया चौराहे पर गीता भवन की ओर से आ रही एक कार के बोनट में से अचानक धुंआ निकलने लगा। ड्यूटी पर तैनात निरीक्षक सीमा भण्डारी ने स्टाफ की मदद से तत्काल कार पर पानी डलवाकर उसमें बैठे बुजुर्ग पति-पत्नी को बाहर निकाला।
रोबोट चौराहे पर तैनात पुलिस ने पति की मार से घायल महिला को अस्पताल पहुंचाया।
तीसरी घटना व्हाइट चर्च चौराहे पर शाम 6 बजे की है। इसमे दुर्घटना के बाद घायल व्यक्ति को उपनिरीक्षक देवकरण मालवीय व अन्य ने तुरन्त एमवाय अस्पताल में प्राइवेट वाहन से स्वयं जाकर अस्पताल में भर्ती कराया। चौथी घटना, रोबोट चौराहे की है। यहां सूबेदार ब्रजराज अजनार ड्यूटी पर तैनात थे। उनके पास एक बुजुर्ग महिला रोते हुए आई जिसके सिर से खून बह रहा था। महिला ने बताया कि उसके पति ने सिर पर डंडा मार दिया है। पुलिस ने महिला को तुरंत आटो में बैठाकर एमवाय अस्पताल पहुंचाया। इस सभी कार्यों से प्रभावित होकर डीसीपी अरविंद तिवारी ने प्रोत्साहन के लिए पूरी टीम को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत किया।