Indore News: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। इंदौर जिले में कोलाहल नियंत्रण अधिनियम का पालन सुनिश्चित कराने के लिए उड़नदस्ते गठित किए जाएंगे। उड़नदस्ते में तहसीलदार, थाना प्रभारी एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को नियुक्त किया जाएगा। वहीं उड़नदस्ते में शामिल सदस्यों को आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। यह टीम लगातार ध्वनि प्रदूषण तथा लाउड स्पीकर आदि के अवैधानिक उपयोग की जांच करेगी।
जिले में कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के पालन को लेकर कलेक्टर कार्यालय में शुक्रवार को बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर इलैया राजा टी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में पुलिस विभाग एवं प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि किसी भी प्रकार के धार्मिक स्थल अथवा अन्य स्थानों में निर्धारित मापदण्ड तथा डेसिबल साउंड सीमा के अनुरूप ही ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग किया जा सकेगा। बिना अनुमति लाउड स्पीकर लगाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर डा. इलैया राजा टी ने कहा कि थाना स्तर पर धर्मगुरुओं और हितधारकों से चर्चा कर उन्हें नियमों के बारे में जानकारी दी जाएगी। धर्मगुरुओं से संवाद और समन्वय के आधार पर लाउड स्पीकरों को हटाने का प्रयास किया जाएगा। जो भी व्यक्ति उक्त नियमों का उल्लंघन करेगा उनके विरुद्ध प्रशासन द्वारा सख्त कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव के आदेश के बाद पुलिस ने सख्ती दिखाना शुरू कर दी है। शुक्रवार को मस्जिदों के सदर को बुलाकर ध्वनि नियंत्रण करने की हिदायत दी। चंदन नगर थाना क्षेत्र की 45 मस्जिदों के सदर को बुलाया गया है। बैठक लेकर शासन के निर्देशों के पालन के लिए कहा। यह भी कहा कि जिन मस्जिदों में ज्यादा लाउड स्पीकर लगे हैं, उनकी संख्या कम की जाए।