Indore News: इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर शासकीय अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय में मद्य निषेध संकल्प दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रपिता के चित्र पर माल्यार्पण से हुई। इस अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया। इसमें महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं और चिकित्सकों ने अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रभारी प्राचार्य डा. एसके नायक ने कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है। हमें इससे दूर रहना चाहिए।
साथ ही अन्य लोगों को भी इसके दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी देना चाहिए। कार्यक्रम में महाविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डा. अखलेश भार्गव ने कहा कि कई लोग हैं जो नशा छोड़ना चाहते हैं लेकिन नशा छोड़ने के बाद उन्हें कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होती हैं। आयुर्वेद दवा का सेवन करके इन समस्याओं को दूर किया जा सकता है। महाविद्यालय के नशा मुक्ति प्रभारी डा. नितिन उरमालिया ने बताया कि आयुर्वेद में नशा मुक्ति के लिए अनेक प्रकार की दवाइयों का वर्णन है। इन दवाओं का अच्छा प्रभाव भी देखा गया है।
कार्यक्रम में डा. दिनेश मालवीय ने कहा कि अगर रोगी का प्रकृति परीक्षण करके नशा मुक्ति दवाई दी जाए तो उसका ज्यादा असर पड़ता है। इस अवसर पर नशा मुक्ति के लिए नुक्कड़ नाटक एवं प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महाविद्यालय के शिक्षक, चिकित्सक, विद्यार्थी और आमजन उपस्थित रहे।
स्वास्थ्य विभाग नहीं जारी कर रहा कोरोना बुलेटिन
कोरोना संक्रमण अभी खत्म नहीं हुआ है लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना को हल्के में लेना शुरू कर दिया है। अब तक नियमित रूप से कोरोना बुलेटिन जारी कर बताया जा रहा था कि शहर में कोरोना की स्थिति क्या है लेकिन कई दिनों से यह बुलेटिन जारी नहीं हो रहा। इस वजह से आमजन को पता ही नहीं चल पा रहा है कि शहर में कितने सैंपल जांचे जा रहे हैं और इनमेें से कितनों में संक्रमण की पुष्टि हुई।