Narmada Jayanti 20201: होशंगाबाद। नवदुनिया प्रतिनिधि। नर्मदांचल के सबसे बढ़े धार्मिक महोत्सव नर्मदा जयंती का आयोजन 2 फरवरी से शुरू हो जाएगा। इस बार नर्मदा जयंती 19 फरवरी को मनाई जाएगी। हर वर्ष की तरह सेठानी घाट पर इस बार मुख्य समारोह 19 को मनाया जाएगा या नहीं अभी तय नहीं हुआ है। यह एक दो दिन में बैठक होने के बाद तय होने की संभावना है। महोत्सव को लेकर विधायक,कलेक्टर व शहर के नागरिकों के साथ बैठक होना है।
इतना जरूर है कि प्राचीन श्रीनर्मदा मंदिर में 140 वर्ष की तरह इस बार भी नर्मदा जयंती का 11 दिवसीय आयोजन इस बार 2 फरवरी से शुरू होगा जो दो चरणों में पूर्ण होगा। नित्य आरती समिति 3 दिन आयोजन करेगी। सिर्फ शासन प्रशसन स्तर पर निर्णय होना बांकी है। पूर्व में मुख्यमंत्री मुख्य समारोह में शामिल होते रहे हैं। इस बार होंगे या नहीं कुछ दिनों में तय हो जाएगा। इस समरोह की शहरवासी सहित क्षेत्र के नागरिकों को प्रतीक्षा रहती है।
नर्मदा पुराण का मूल पाठ होगा
मठ मंदिर समिति के जिलाध्यक्ष आचार्य पं गोपाल प्रसाद खड्डर ने बताया कि प्राचीन नर्मदा मंदिर में 140 वर्ष से चली आ रही परंपरा के तहत 11 दिवसीय नर्मदा जयंती का आयोजन इस बार 2 फरवरी से शुरू हो जाएगा। जिसके तहत प्रथम दिन मंगलाचरण व नर्मदापुराण के मूल पाठ का वाचन होगा। जो 8 फरवरी तक जारी रहेगा। उसके बाद 9 फरवरी को कन्या भोज होगा। इसके बाद दूसरा चरण बसंत पंचमी 17 फरवरी से शुरू होगा जिसके अंतर्गत मां नर्मदा के भजन कीर्तन व अन्य आयोजन होंगे। 19 को दोपहर 12 बजे मां नर्मदा की आरती व जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
नित्य आरती का 3 दिन आयोजन
मां नर्मदा नित्य आरती समिति के पं विनोद दुबे, शंभू सोनकिया व लखन दुबे ने बताया कि नर्मदा जयंती का तीन दिवसीय आयोजन बसंत पंचमी से शुरू होगा। दूसरे दिन नित्य आरती स्थल पर पूजन अर्चन अभिषेक होगा। उसके बाद तीसरे दिन महाआरती व अन्य धार्मिक कार्यक्रम होंगे। तृतीय दिवस कन्या भोज के आयोजन होंगे।
मुख्य आयोजन की होगी बैठक
सेठानी घाट पर नर्मदा जयंती का मुख्य समारोह आयोजन से एक माह पूर्व प्रभारी मंत्री की उपस्थिति में होता रहा है। इस बार प्रभारी मंत्री कोई नहीं है वहीं परिषद भी नहीं है। इसलिए जिला प्रशासन व विधायक के द्वारा ही बैठक बुलाई जाना है। बैठक में ही तय होगा कि नर्मदा जयंती का इस बार क्या स्वरूप रहेगा।
जल्द होगी बैठक
नर्मदा जयंती क्षेत्र का सबसे बढ़ा धार्मिक आयोजन है। वर्षो पुरानी परंपरा है। जयंती संबंधी निर्णय प्रशासन के साथ बैठक कर जल्द ही तय किए जाएंगे। हमारी कुछ लोगों से मौखिक चर्चा हुई है। अब प्रशासन के साथ नर्मदा जयंती को लेकर बैठक की जाना है।
डॉ सीतासरन शर्मा, विधायक व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष