Gwalior Cyber fraud News: ग्वालियर (नप्र)। दीपावली त्योहार नजदीक आते ही इंटरनेट के जरिये ठगी करने वाले ठग सक्रिय हो गए हैं। त्योहार पर लोगों को पैसों की जरूरत होती है, ऐसे में ठग ऐसे जरूरतमंद लोगों को ही चंद मिनटों में इंस्टेंट लोन दिलाने का झांसा देकर फंसा रहे हैं। 10 से 20 हजार रुपये उधार दिलाने का झांसा देकर इंस्टेंट लोन एप के जरिये धोखाधड़ी हो रही है। ठग इसके जरिये दो तरह से ठगी कर रहे हैं। कर्ज पर मोटा ब्याज वसूल रहे हैं, फिर बदनामी भी कर रहे हैं। इसके अलावा आपका बैंक खाता भी खाली कर रहे हैं। पढ़िए पूरी रिपोर्ट..आखिर किस तरह लोन का लालच देकर यह ठग आपकी निजी जानकारियों को चुरा रहे हैं और इनके जरिये ठगी कर रहे हैं। अब बढ़ने लगी शिकायतें क्राइम ब्रांच की साइबर विंग के सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि अब इंस्टेंट लोन एप डाउनलोड कराकर ठगी की शिकायतें बढ़ने लगी हैं। त्योहार के समय 10 से 20 हजार रुपये के छोटे लोन दिलाने का झांसा देकर ठगी की जाती है।
यह ठग इंस्टेंट लोन का एसएमएस भेज रहे हैं, इसमें दी गई लिंक के जरिये यह ठग स्क्रीन शेयरिंग एप डाउनलोड करा देते हैं। इसके बाद मोबाइल की आपरेटिंग इनके हाथ में पहुंच जाती है। यह लोग पे-वालेट, एसएमएस, बैंक खाते की पूरी जानकारी निकालकर खाते में जो पैसा है, उसे ट्रांसफर कर लेते हैं। स्क्रीन शेयरिंग एप डाउनलोड होने के बाद यह ठग हजारों किलोमीटर दूर बैठकर भी आपका मोबाइल आपरेट कर सकते हैं। अब तो ऐसे स्क्रीन शेयरिंग एप हैं, जिसमें आपको मोबाइल स्विच्ड आफ दिखेगा, जबकि उसे हैकर आपरेट कर रहा होता है। ठग इंस्टेंट लोन एप के जरिये ही ठगी और ब्लैकमेलिंग भी कर रहे हैं, इसके लिए यह लोग लोन तब देते हैं, जब एप डाउनलोड करा देते हैं। एप डाउनलोड करते ही कांटेक्ट लिस्ट, मोबाइल की गैलरी, डाक्यूमेंट फाइल, लोकेशन, मैसेंजर, एसएमएस, काल लाग तक का एक्सेस मांग लेते हैं। इसमें लोग अगर एक्सेस डिनाय करते हैं तो लोन नहीं मिलता। इसे अलाउ करते ही जानकारी उन तक पहुंच जाती है। पहले तो यह लोग हर दिन 10 प्रतिशत तक का ब्याज लेते हैं। फिर एक सप्ताह बीतते ही 100 प्रतिशत तक का ब्याज वसूलते हैं। कई लोग मूल रकम से ज्यादा ब्याज चुके होते हैं। इसके बाद भी इन्हें प्रताड़ित किया जाता है। इन्हें नोटिस भेजा जाता है। उस नोटिस को इनकी कांटेक्ट लिस्ट हैक कर इनके मोबाइल में सेव नंबरों पर भी भेजा जाता है। इसके जरिये इन्हें बदनाम किया जाता है। इनकी गैलरी हैक कर ली जाती है, इसमें से फोटो निकालकर मार्किंग कर इन्हें अश्लील बनाकर बहुप्रसारित किए जाते हैं। इस तरह से यह लोग ब्लैकमेलिंग करते हैं।