नईदुनिया प्रतिनिधि, बुरहानपुर। जिला मुख्यालय से करीब छह किमी दूर बिरोदा गांव में सोमवार शाम एक चबूतरे को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। पूजा और इबादत के हक को लेकर तनाव बढ़ने से दोनो पक्षों के बीच पथराव हुआ, जिसमें दोनों पक्षों के कई लोगों को चोट आई है। गांव में दंगे जैसी स्थिति निर्मित होने पर पुलिस ने गांव को छावनी में बदल दिया है। चबूतरे को लेकर यह विवाद कई सालों से चला आ रहा है।
शहरी क्षेत्र के चार थानों और पुलिस लाइन का बल गांव में तैनात किया गया है। एडिशनल एसपी अंतर सिंह कनेश, सीएसपी गौरव पाटिल, लालबाग थाना प्रभारी अमित सिंह जादौन सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने शाम साढ़े छह बजे से गांव में डेरा डाल रखा है। समाचार लिखे जाने तक गांव में स्थिति सामान्य नहीं हो पाई थी।
पुलिस ने बाहरी लोगों का गांव में प्रवेश रोक दिया है और घायलों के उपचार के लिए एंबुलेंस बुलाई गई हैं। ग्रामीणों को फिलहाल घरों में रहने के लिए कहा गया है। हालांकि पुलिस अधीक्षक देवेंद्र पाटीदार ने स्थिति को नियंत्रण में बताया है।
बिरोदा गांव के सुतारवाड़ी क्षेत्र में एक पुराना चबूतरा है। इसे हिंदू समाज के लोग नवनाथ महाराज का स्थान मानते हुए पूजा-पाठ करते हैं, जबकि मुस्लिम समाज के लोग इसे पीर की मजार मान कर चादर चढ़ाते हैं। इसे लेकर दोनों पक्षों के बीच काफी समय से विवाद चल रहा था।
करीब तीन माह पहले भी पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने दोनों पक्षों को बैठा कर अपने-अपने हिसाब से पूजा करने और चादर चढ़ाने की सलाह देकर समझौता करा दिया था। सोमवार शाम हिंदू पक्ष के कुछ लोग चबूतरे में पूजन करने पहुंचे थे। इसी दौरान दोनों पक्षों में फिर चबूतरे को लेकर विवाद शुरू हो गया।
हिंदू पक्ष का कहना है कि पहले दूसरे पक्ष के लोगों ने युवकों की पिटाई की और जब अन्य लोग पहुंचे तो पथराव कर दिया। दूसरी ओर मुस्लिम पक्ष के लोगों ने उन्हें उकसाने और बेवजह की नारेबाजी करने का आरोप लगाया है।
गांव के एक चबूतरे को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो गई थी। गांव में एहतियातन फोर्स तैनात कर दिया गया है। स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया है। किसी को गंभीर चोट नहीं आई है।
- देवेंद्र पाटीदार, पुलिस अधीक्षक।