नईदुनिया प्रतिनिधि, भोपाल। कम दबाव का क्षेत्र अभी भी बांग्लादेश में बना हुआ है। मानसून द्रोणिका भी मध्य प्रदेश के सीधी से होकर गुजर रही है। इस वजह से प्रदेश के पूर्वी एवं उत्तरी मध्य प्रदेश में कहीं-कहीं वर्षा हो रही है। इसी क्रम में रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सीधी में 76, उमरिया में 66, मलाजखंड में 16, रीवा एवं मंडला में नौ, नर्मदापुरम में आठ, सतना में छह, बैतूल में पांच, सिवनी में चार, ग्वालियर में एक मिलीमीटर वर्षा हुई।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, कम दबाव के क्षेत्र के सोमवार को अति कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होकर आगे बढ़ने की संभावना है। इसके प्रभाव से ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर संभाग के जिलों में मध्यम वर्षा होने की संभावना है। शेष क्षेत्रों में हल्की वर्षा हो सकती है।
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मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में दक्षिण बांग्लादेश पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून द्रोणिका बीकानेर, सीकर, उरई, सीधी, रांची से होते हुए दक्षिणी बांग्लादेश पर बने कम दबाव के क्षेत्र तक बनी हुई है।
बांग्लादेश पर बने कम दबाव के क्षेत्र के सोमवार को अति कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित होकर झारखंड की तरफ आगे बढ़ने की संभावना है। मानसून द्रोणिका भी अभी मध्य प्रदेश से होकर गुजर रही है। इस वजह से सोमवार से प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है। विशेषकर ग्वालियर, चंबल, सागर, रीवा, शहडोल, जबलपुर संभाग के जिलों में मध्यम वर्षा होने की संभावना है। शेष क्षेत्रों में हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। मंगलवार को प्रदेश के पूर्वी एवं उत्तरी क्षेत्र में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। - अजय शुक्ला, पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी, मौसम विज्ञान केंद्र