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चुनाव तारीख: 7 मई 2024
हुगली नदी के तट पर बसा मुर्शिदाबाद मुगलकाल में बंगाल की राजधानी के रूप में जाना जाता था। सन् 1704 में औरंगजेब के दीवान मुर्शीद कली खान बंगाल की राजधानी को डाका यानी ढाका अब बांग्लादेश की राजधानी से स्थानांतरित कर यहां लाए थे और इस शहर का नाम खुद के नाम पर मुर्शिदाबाद रखा था। 1716 में मुर्शीद कली खान को बंगाल सूबे के नवाब की उपाधि से नवाजा गया और इस तरह मुर्शिदाबाद बंगाल की राजधानी बनी। अंग्रेजों के भारत आने तक मुर्शिदाबाद प्रशासन की कुछ प्रमुख संस्थाएं यहां बनी रहीं। बाद में वारेन हेस्टिंग 1772 में सुप्रीम सिविल कोर्ट और क्रिमिनल कोर्ट को मुर्शिदाबाद से उठाकर तत्कालीन कलकत्ता ले गए थे। मुर्शिदाबाद संसदीय क्षेत्र पश्चिम बंगाल के महत्वपूर्ण संसदीय क्षेत्रों में से एक है। मुर्शिदाबाद लोकसभा सीट पर आमतौर पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी माकपा और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला रहा है। विधानसभाएं, विकास और मुद्दे मुर्शिदाबाद संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत सात विधानसभा सीटें आती हैं। भगवानगोला, रानीनगर, मुर्शिदाबाद, हरिहरपाड़ा, डोमकल, जलंगी और करीमपुर। गत पांच वर्षों में मुर्शिदाबाद जिले से सटी भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा से गो-तस्करों से बीएसएफ की मुठभेड़ हो चुकी है। पंचायत चुनाव में माकपा और कांग्रेस के साथ तृणमूल समर्थकों के संघर्ष में कई हत्याएं भी हो चुकी हैं। पिछले साल एक सरकारी बस के नदी में गिर जाने से 42 यात्रियों की मौत की घटना भी काफी चर्चा में रही थी। मुर्शिदाबाद जिले में विकास ठीकठाक है, हालांकि विकास के लिए सांसद निधि का प्रयोग उम्मीद से कम ही किया गया। मुर्शिदाबाद के रास्ते बांग्लादेश में गो तस्करी जबकि सीमा पार से लगातार जाली नोटों के पहुंचने की घटनाओं से स्थानीय लोग बेहद परेशान हैं। इसके अलावा भागीरथी गंगा का कटान भी अहम मुद्दा है। बाढ़ की समस्या भी जिले के लिए चिंता का विषय है। मुर्शिदाबाद की खास बातें मुर्शिदाबाद संसदीय क्षेत्र पश्चिम बंगाल के महत्वपूर्ण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। इस क्षेत्र में मुर्शिदाबाद और नदिया जिलों के कुछ इलाकों को शामिल किया गया है। इस क्षेत्र का जिला मुख्यालय बेहरामपुर में है। भगीरथी नदी के किनारे बसा यह इलाका ऐतिहासिक और प्राकृतिक पर्यटक स्थलों के लिए भी पूरे विश्व में जाना जाता है। पर्यटक यहां पर बौद्ध, ब्राह्मण, वैष्णव, जैन और ईसाई धर्म का अनूठा संगम देख सकते हैं। हजारद्वारी पैलेस मुर्शिदाबाद का सबसे प्रमुख पर्यटक स्थल है। तीन मंजिले इस पैलेस में 1000 द्वार हैं।