फेज: 7
चुनाव तारीख: 1 जून 2024
कोलकाता उत्तर पश्चिम बंगाल की सत्ता पर काबिज तृणमूल कांग्रेस के सबसे मजबूत गढ़ में से एक है। सुदीप बंद्योपाध्याय पिछले एक दशक से यहां के सांसद हैं। परिसीमन के फलस्वरूप कलकत्ता उत्तर-पश्चिम एवं कलकत्ता उत्तर-पूर्व लोकसभा सीटों का विलय कर इस संसदीय सीट का गठन हुआ था। सुदीप कलकत्ता उत्तर-पश्चिम सीट के रहते 1998 व 1999 में हुए संसदीय चुनाव में भी यहां से निर्वाचित हुए थे। नई सीट के गठन के बाद सुदीप ने 2009 के लोकसभा चुनाव में मोहम्मद सलीम को एक लाख से अधिक वोट से हराया था। उस समय उन्हें 52.50 फीसद वोट मिले थे। सबसे बड़ा मुद्दा चूंकि सुदीप रोजवैली चिटफंड घोटाले और नारदा स्टिंग ऑपरेशन में फंसे हैं, इसलिए उनके व पार्टी के खिलाफ यह बड़ा मुद्दा बन सकता है। 31 मार्च, 2016 को इस संसदीय क्षेत्र में निर्माणाधीन पोस्ता फ्लाईओवर के एक हिस्से के अचानक ढह जाने से दर्जनों लोगों की मौत पिछले पांच वर्षों में यहां सबसे बड़ी घटना रही है। पुरातन कलकत्ता को संजोए है यह सीट कोलकाता उत्तर का अपना अलग चरित्र है। कोलकाता के दक्षिण हिस्से में जहां पाश्चात्य संस्कृति झलकती हैं, हाईराइज बिल्डिंग्स हैं, वहीं महानगर का उत्तरी हिस्सा अपनी परंपरा के लिए अधिक जाना जाता है। यह कोलकाता अब भी अपने प्राचीन स्वरूप में नजर आता है। कोलकाता उत्तर की खास बातें कोलकाता उत्तर, पश्चिम बंगाल का एक लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है। इसके सात विधानसभा क्षेत्र हैं। 2009 में यहां पहली बार लोकसभा चुनाव हुआ था। यह पश्चिम बंगाल की राजधानी है। ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के सुदीम बंदोपाध्याय यहां के पहले सांसद हैं। कोलकाता की प्रसिद्ध नदी इसी शहर से होकर बहती है। यहां का सुभाषचंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भी काफी प्रसिद्ध है। कोलकता शहर का उत्तरी भाग सबसे पुराने भागों में से एक है, जिसमें 19वीं शाताब्दी के स्थापत्य और संकरे गली कूचे दिखायी देते हैं।दिल्ली से कोलकाता उत्तर की दूरी 1,491.2 किलोमीटर है।