फेज: 7
चुनाव तारीख: 1 जून 2024
जयनगर दक्षिण 24 परगना जिले में अल्पसंख्यक वोट बैंक के लिहाज से महत्वपूर्ण लोकसभा सीट है। 1962 में तीसरे लोकसभा चुनाव के समय यह सीट अस्तित्व में आई थी। पहले चुनाव में यहां कांग्रेस ने परचम लहराया था। हालांकि अगले चुनाव में एसयूसीआई कम्युनिस्ट ने कांग्रेस को पटकनी दे दी, लेकिन 1971 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने फिर यहां जोरदार वापसी की, लेकिन यहां के मतदाता लगातार दलों को आजमाते रहे और अगली बार भारतीय लोक दल के प्रत्याशी को जिताया। इसके बाद से आठ बार यहां से आरएसपी ने जीत दर्ज की। सनत कुमार मंडल 1980 से लेकर 2009 तक लगातार आठ बार यहां से सांसद बने। 2009 में एक बार फिर एसयूसीआई कम्युनिस्ट ने यहां जीत दर्ज की, लेकिन 2014 में तृणमूल ने इस सीट को हथिया लिया। विधानसभा सीटें और मुद्दे इस संसदीय क्षेत्र में संदेशखाली सुरक्षित, गोसाबा सुरक्षित, बासंती सुरक्षित, कुलतली सुरक्षित, जयनगर, कैनिंग पश्चिम सुरक्षित और कैनिंग पूर्व विधानसभा सीटें शामिल हैं। इनमें से पांच सुरक्षित सीटें हैं। अल्पसंख्यकों का विकास यहां एक बड़ा मसला है। राजनीतिक दल इसी को लेकर दावे-वादे कर मतदाताओं का वोट हासिल करते आए हैं। नारी तस्करी भी इस संसदीय क्षेत्र का एक गंभीर मसला है। विकास के मामले में भी यह संसदीय क्षेत्र पिछड़ा हुआ है। जयनगर की खास बातें जयनगर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र पश्चिम बंगाल का महत्वपूर्ण संसदीय क्षेत्र है। 1952 में पहले लोकसभा चुनावों में इस संसदीय सीट का अस्तित्व नहीं था। इसे देश के तीसरे लोकसभा निर्वाचन के लिए 1962 में इस संसदीय सीट का गठन किया गया। इस लोकसभा क्षेत्र में सात विधानसभा क्षेत्रों को शामिल किया गया है। कोलकाता महानगर पालिका क्षेत्र में आने वाला यह इलाका दक्षिण 24 परगना जिले का हिस्साल है। वनीय संपदा से भरपूर इस इलाके में पशु पक्षियों की सुरक्षा के लिए सजनेखली बर्ड सेंक्चुरी इसी क्षेत्र में है। भारत सेवाश्रम संघ मंदिर, कपिलमुनि मंदिर इस क्षेत्र का प्रमुख धार्मिक स्थल है।