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चुनाव तारीख: 7 मई 2024
जंगीपुर लोकसभा सीट 1967 में हुए चौथे आम चुनाव के दौरान अस्तित्व में आई थी। 1977 के लोकसभा चुनाव में माकपा के शेखर सांन्याल यहां से जीते थे। 1980, 1984, 1989 और 1991 के आम चुनावों में माकपा के जैनल अबेदिन लगातार जीत हासिल करते रहे। 1996 के चुनावों में फिर कांग्रेस ने वापसी की और मोहम्मद इदरिस अली सांसद चुने गए थे। 1998 और 1999 के चुनावों में माकपा के अबुल हसनत खान चुनाव जीते थे। 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने अपने वरिष्ठ नेता प्रणब मुखर्जी को चुनावी मैदान में उतारा था और प्रणब मुखर्जी दोनों बार चुनाव जीते थे। राष्ट्रपति चुने जाने के बाद प्रणब मुखर्जी ने 2012 में लोकसभा सदस्य के पद से इस्तीफा दे दिया था। रिक्त हुई इस सीट पर 10 अक्टूबर, 2012 को हुए उपचुनाव में प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी माकपा के मुजफ्फर हुसैन को 2,536 वोटों के अंतर से हराकर जंगीपुर लोकसभा सीट जीत ली थी। उस दौरान अभिजीत को 3,32,919 मत मिले थे। सूती, जंगीपुर, रघुनाथगंज, सागरदीघी, लालगोला, नवग्राम और खडग़्राम विधानसभा सीटें इसके तहत आती हैं। जंगीपुर की खास बातें जंगीपुर, पश्चिम बंगाल का लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है। मुगल सम्राट जहांगीर द्वारा इस शहर की स्थापना की गई थी। इसलिए इस शहर को जहांगीरपुर नाम से भी जाना जाता है। जंगीपुर कॉलेज यहां का सबसे प्रसिद्ध कॉलेज है। कटरा मस्जिद, तारापीठ मंदिर, पेरेडाइज बीच, मां नालातेश्वरी मंदिर यहां के प्रमुख दार्शनिक स्थल हैं। दिल्ली से जंगीपुर की दूरी 1,453.0 किलोमीटर है।