फेज: 6
चुनाव तारीख: 25 मई 2024
पश्चिम मेदिनीपुर जिले के अंतर्गत स्थित घाटल संसदीय क्षेत्र 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले हुए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया। इसके पहले यह क्षेत्र पांशकुड़ा संसदीय क्षेत्र में शामिल था, जो अब पूर्व मेदिनीपुर जिले का हिस्सा है। परिसीमन के बाद पांशकुड़ा संसदीय क्षेत्र का अस्तित्व समाप्त हो गया और घाटाल नाम से नया संसदीय क्षेत्र बना। पहले चुनाव में इस सीट से बांग्ला फिल्म अभिनेता दीपक अधिकारी देव भारी मतों से चुनाव जीतने में सफल रहे। उन्होंने भाकपा के संतोष राणा को पराजित किया था। घाटाल मुख्य रूप से कृषि प्रधान क्षेत्र है। यहां धान, आलू और सब्जियों की खेती होती है। कंसावती और शिलावती प्रमुख नदियां हैं। बाढ़ यहां की प्रमुख समस्या है। अमूमन हर साल बारिश के दौरान यहां बाढ़ जैसे हालात पैदा हो जाते हैं। बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए करीब दो दशक पहले घाटाल मास्टर प्लान की मांग उठी थी, लेकिन अब तक इसका क्रियान्वयन नहीं हो पाया है। इस संसदीय क्षेत्र में 8,35,803 पुरुष और 7,74,686 महिला मतदाताएं हैं। इसके तहत कुल सात विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जिनमें पांशकुड़ा पश्चिम, सबंग, पिंगला, डेबरा, दासपुर, घाटाल और केशपुर विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। स्थानीय मुद्दे इस बार के चुनाव में भी बाढ़ से बचाने के लिए घाटाल मास्टर प्लान और वर्तमान सांसद दीपक अधिकारी देव की क्षेत्र में लंबी अनुपस्थिति का मुद्दा चुनावी परिदृश्य पर हावी रह सकता है। घाटल की खास बातें घाटल पश्चिम बंगाल का लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र है। शीला बाटी नदी यहां की प्रमुख नदी है। विद्यासागर यूनिवर्सिटी के अंदर घटल रवीन्द्र सताबर्षिकी महाविद्यालय, पॉलिटेक्निक कॉलेज और बिरसिंघा में घटल सरकारी आईटीआई यहां के प्रसिद्ध कॉलेज हैं। भासापोल पोनटोन ब्रिज, कुशपटा सतसंद आश्रम, विसालक्ष्मी मंदिर, बिरसिंघ, इकोपार्क यहां के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। दिल्ली से कोलकाता दक्षिण की दूरी 1,491.2 किलोमीटर है।