निहालचन्द चौहान राजस्थान के कद्दावर नेता हैं। पंचायत चुनाव से अपना सफर शुरू करने वाले निहालचन्द 25 साल की उम्र में लोकसभा पहुंच गए। वे राजस्थान से सबसे कम उम्र में सासंद बने। 1998 में विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी बने, लेकिन चुनाव से पहले उनका टिकट कट गया। इसके बाद वे बगावत पर उतर आए और चुनाव जीत गए। इसके बाद 1999 और 2004 में लगातार संसद पहुंचे। 9 नवम्बर 2014 से पंचायती राज मंत्रालय में राज्य मंत्री बने। 27 मई 2014 से 9 नवम्बर 2014 तक रसायन और उर्वरक मंत्रालय में राज्य मंत्री रहे। 2011 के एक रेप केस को लेकर विवादों में भी रहे। वे 2019 के लोकसभा चुनावों में फिर से विजयी होकर संसद पहुंचे।
This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.