गरियाबंद। 25 जून को आपातकाल की बरसी पर प्रदेश भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि आपातकाल देश के लिए एक काला दिन है। कांग्रेस शासित राज्यों में आज भी संविधान खतरे में है।
कांगे्रस ने संवैधानिक मर्यादाओं का उल्लंघन करते हुए इस दिन लोकतंत्र की हत्या की थी, अभिव्यक्ति की आजादी छिन ली, प्रजातंत्र के चौथे स्तंभ प्रेस और अखबार की मौलिक स्वंतत्रता पर प्रतिबंधित लगाया दिया था, विक्षप के नेताओं को 21 महीने जेल में भर दिया गया। यह एक ऐसा काला अध्याय है जिसे कभी देश भूल नहीं सकता है। इस घटना में न केवल देश ने अपनी अस्मिता खोई बल्कि पूरा देश फिर से परंतत्र हो गया था। देश ने एक बार फिर दूसरी आजादी की लड़ाई थी, जिसका जनसंघ और भाजपा के वरिष्ठ नेता जयप्रकाश नारायण, अटल बिहारी वाजपेयी, मुरली मनोहर जोशी, मुरारी देशाई, लालकृष्ण आडवानी, नीतिश कुमार, अरुण जेटली सहित देश में विपक्ष का चेहरा रहे कई नेताओं ने कड़ी यातनाएं सहकर मुकाबला किया।
प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने अपनी सत्ता बचाने लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन कर देश में आपातकाल लागू किया था। इस दौरान अभिव्यक्ति की आजादी पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि आज भी कांग्रेस शासित राज्यों में इसी प्रकार से संवैधानिक परंपराओं की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। कांग्रेस शासित राज्यों में ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं कि जिसमें साधु संत पर हमला हो रहा है, फर्जी एफआइआर दर्ज की जा रही है, इन राज्यों में भय और आतंक का माहौल है, अब देश को यह चिंता करने की जरूरत है कि ऐसे स्थितियों अब पुनः निर्मित ना हो, संवैधानिक मर्यादाओं को कभी स्वार्थ के लिए तोड़ा ना जाए।
पत्रवार्ता के दौरान भाजपा के जिला अध्यक्ष राजेश साहू, महामंत्री अनिल चंद्राकर, नगर पालिका अध्यक्ष अब्दुल गफ्फार मेमन, पूर्व महामंत्री रिखीराम यादव, मंडल अध्यक्ष व नपा उपाध्यक्ष सुरेन्द्र सोनटेके के अलावा अन्य भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।