नईदुनिया प्रतिनिधि,बिलासपुर। बादलों में हचलच शुरू है। आसमान में सूर्यदेव भी अपनी आंखे लाल किए हुए हैं। धरती पर किरणें खूब तपा रही है। अधिकतम तापमपान 41 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जा चुका है। एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है। इसके प्रभाव से यह स्थिति बन रही है। 27 अप्रैल को आसमान में बादल छाए रह सकता है। बिलासपुर सहित प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की वर्षा की संभावना भी बन रही है।
मौसम वेधशाला के मौसम विज्ञानी डा. एचपी चंद्रा के मुताबिक एक पश्चिमी विक्षोभ दक्षिणी ईरान के ऊपर 3.1 किलोमीटर से 9.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण मध्य मध्यप्रदेश के दक्षिणी भाग में 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक द्रोणिका/हवा की अनियमित गति मध्य मध्यप्रदेश के दक्षिणी भाग से दक्षिण अंदरूनी कर्नाटक तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। प्रदेश में अभी भी बंगाल की खाड़ी से नमी का प्रवेश हो रहा है। जिसके कारण आसमान में बादल नजर आ सकते हैं। कुछ स्थानों पर वर्षा की भी संभावना है। प्रदेश में 27 अप्रैल को मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है, फिर भी एक-दो स्थानों पर बहुत हल्की वर्षा होने की संभावना बनी हुई है। अधिकतम तापमान में वृद्धि का क्रम बने रह सकता है किंतु विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। कुछ जिलों में हल्के बादल रह सकते हैं। बिलासपुर में शाम या रात को बूंदाबांदी जैसी स्थिति भी बन रही है।
विक्षोभ के बाद फिर प्रचंड गर्मी
मौसम विशेषज्ञ अब्दुल सिराज खान की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के बाद एक बार फिर प्रचंड गर्मी का अहसास होगा। हालांकि अब तक जो स्थिति बनी है उसके मुताबिक इस साल अप्रैल में अब तक उतनी गर्मी नहीं पड़ी। जितनी उम्मीद की जा रही थी। साल 2010 में 19 अप्रैल को तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज है,वहीं पिछले साल 2023 में 19 अप्रैल को पारा 43.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इस साल एक के बाद एक लगातार विक्षोभ के कारण ऐसी स्थिति निर्मित नहीं हुई है।
प्रमुख शहरों का तापमान
पूर्वानुमान अधिकतम न्यूनतम
बिलासपुर 27 अप्रैल 43 26, 28 अप्रैल 43 26
पेंड्रारोड 27 अप्रैल 40 25, 28 अप्रैल 40 25
अंबिकापुर 27 अप्रैल 39 21, 28 अप्रैल 40 20