बिलासपुर। Strike in Cims Bilaspur: वेतन वृद्धि न होने और प्रबंधन के रवैये से नाराज सिम्स के 400 से ज्यादा कर्मचारी एक बार फिर 23 अगस्त से आंदोलन कर रहे हैं। इस बार वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर रहेंगे। कर्मी रिवर व्यू में हर दिन सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक धरने पर बैठेंगे। इसका व्यापक असर सर्जरी, जांच और उपचार समेत सिम्स की कई अन्य चिकित्सकीय सुविधाओं पर पड़ेगा। इस आंदोलन की वजह से सामान्य मरीजों के साथ ही भर्ती मरीजों का उपचार प्रभावित रहने की आशंका रहेगी।
छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अमरू साहू ने बताया कि दो साल की परीविक्षा पूरी करने के बाद भी सात साल से वेतन बढ़ोतरी का लाभ नहीं दिया गया है। साथ ही तमाम तरह के कर्मचारियों को प्रदत्त सुविधा से भी वंचित रखा गया है। सिम्स प्रबंधन के अधिकारी हमेशा से तानाशाही रवैया अपना रहे हैं। आर्थिक प्रताड़ना देकर कर्मचारियों को लगातार सालों से परेशान करते आ रहे हैं। वहीं अब इन मांगों के लिए अंतिम लड़ाई लड़ने के लिए तीसरी व चौथी श्रेणी के कर्मचारी तैयार हो गए हैं।
इसी को लेकर सोमवार की सुबह नौ बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल की शुरुआत की जाएगी। इसमें सिम्स के 400 से ज्यादा कर्मचारी शामिल होंगे। इस कामबंद हड़ताल से सिम्स की पूरी चिकित्सा सेवा ठप पड़ने की आशंका है। वार्डों में सफाई कर्मचारी तक नहीं मिलेंगे। ओपीडी में डाक्टर तो पहुंचेंगे लेकिन कोई कर्मचारी नहीं होगा। इसी तरह एमआरआइ, सीटी स्केन, सोनोग्राफी व एक्सरे जांच भी बंद रहने की आशंका है। पैथोलेब में होने वाली जांच भी प्रभावित होगी।
ग्रामीण क्षेत्र में भी प्रभावित होगी चिकित्सा सेवा
छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर सिम्स कर्मचारियों के साथ ही जिला चिकित्सालय, राज्य मानसिक चिकित्सालय, कोटा, बिल्हा, मस्तूरी और तखतपुर विकासखंड के स्वास्थ्य कर्मचारी भी आंदोलन में भाग लेंगे। इससे ग्रामीण क्षेत्र में भी स्वास्थ्य सुविधा प्रभावित रहने की आशंका रहेगी।