LHB Coach: बिलासपुर(नईदुनिया प्रतिनिधि)। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में अब 16 ट्रेनों में सफर आरामदायक हो गया है। रेलवे ने इन ट्रेनों के पुराने कोच हटाकर एलएचबी लगा दिए हैं। नई तकनीक के इस कोच में ज्यादा जगह होती है। सीटों की चौड़ाई भी अधिक होती है। इसी वजह से इन ट्रेनों में सफर करना आरामदायक हो गया है। आगामी दिनों में सभी ट्रेनें इन्हीं कोचों के साथ चलेगी।
पुराने कोच को आइसीएफ(नीले रंग का कोच) कहते हैं। लेकिन अब इन्हें हटाकर नई तकनीक वाले एलएचबी(लिंक हाफमैन बुश) कोच लगाए जा रहे हैं। वर्तमान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे से होकर चलने वाली 16 ट्रेनों को नई तकनीक वाले एलएचबी कोच के साथ चलाया जा रहा है। इस कोच में बर्थ की संख्या भी बढ़ी है। पुराने कोच के स्लीपर श्रेणी में 72 सीटें होती हैं। जबकि एलएचबी में 80 सीटों की व्यवस्था है। इस तरह प्रत्येक कोच में आठ सीट बढ़ गई।
यही स्थिति एसी-2 व एसी-3 की भी है। एलएचबी कोच यात्रियों के लिए काफी आरामदायक के साथ रेल परिचालन की दृष्टि पहले से ज्यादा सुरक्षित है। बेपटरी या दुर्घटनाग्रस्त होने में कोच अलग-थलग नहीं होते हैं और पलटने का भी खतरा नहीं रहता है। इनमें उच्च गति क्षमता होती है। वजन में हल्का होते हैं। इन कोचों की एंटी क्लाइंबिंग विशेषता दुर्घटनाओं के दौरान ढेर होने से रोकती हैं। इससे यात्रियों को नुकसान कम होने की संभावना रहती है।
एलएचबी कोच का नाम इसका सर्वप्रथम निर्माण करने वाली जर्मनी की कंपनी लिंक हाफमैन बुश के नाम पर पड़ा है। एलएचबी कोच भारतीय रेलवे में सर्वप्रथम वर्ष 1999 में शामिल किए गए। वर्तमान में इसका निर्माण कपूरथला रेलवे कोच फैक्टरी में किया जा रहा है। वहां कोच का निर्माण बढ़ा दिया गया है, ताकि सभी जोन को उनकी आवश्यकतानुसार उपलब्ध कराया जा सके।
सामान्य कोचों की अधिकतम गति 110-130 किमी होती है। इसकी तुलना में एलएचबी 160 से भी अधिक की गति के लिए डिजाइन किए गए हंै। अधिकतम गति के लिए उपयुक्त हंै। एलएचबी कोच में हाईड्रोलिक सस्पेंशन का प्रयोग किया जाता है। वही दाएं-बाएं मूवमेंट के लिए भी सस्पेंशन का प्रयोग किया गया है, जिससे सफर आरामदायक हो जाता है।
जानिए कौन सी ट्रेनें एलएचबी कोच
- दुर्ग-भोपाल अमरकंटक एक्सप्रेस
- दुर्ग-निजामुद्दीन संपर्कक्रांति एक्सप्रेस
- दुर्ग-जम्मूतवी एक्सप्रेस
- बिलासपुर-अमृतसर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस
- गोंदिया-बरौनी एक्सप्रेस
- बिलासपुर-पुणे साप्ताहिक एक्सप्रेस
- बिलासपुर-चेन्न्ई साप्ताहिक एक्सप्रेस
क्या कहती है रेलवे
पुराने कोच हटाकर ट्रेनों को एलएचबी कोच से चलाने की योजना है। धीरे-धीरे ट्रेनों में यह बदलाव हो रहा है। इस कोच में खासियत है कि इसमें सफर आरामदायक होता है। बर्थ की संख्या में अधिक रहती है।
साकेत रंजन
सीपीआरओ, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन बिलासपुर