Bilaspur News: बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के लोक जीवन में यहां के परंपरागत खेल रचे बसे हैं। यह हमारी संस्कृति की बहुमूल्य धरोहर है। पारंपरिक खेलों के व्यवस्थित आयोजन हेतु मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी विभिन्न स्तरों पर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया जा रहा है। 17 जुलाई सोमवार को हरेली तिहार के शुभ अवसर पर पूरे प्रदेश में एक साथ छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का शुभारंभ हो रहा है।
संसदीय सचिव विकास उपाध्याय स्व. बीआर यादव बहतराई स्टेडियम में सुबह 11 बजे जिला प्रशासन द्वारा आयोजित जिला स्तरीय समारोह का शुभारंभ करेंगे और हरेली कार्यक्रम में भी शमिल होंगे। इस अवसर पर अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी एवम बांटी (कंचा) और एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद एवं कुश्ती शामिल हैं। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में तीन आयु वर्ग के प्रतिभागी भाग ले सकेगें। इसमें प्रथम वर्ग 18 वर्ष की आयु तक, दूसरा वर्ग 18 से 40 वर्ष और तीसरे वर्ग में 40 वर्ष से अधिक उम्र के प्रतिभागी होंगे।
कलेक्टर सौरभ कुमार के निर्देशानुसार जिले में सभी स्तरों पर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के सफल आयोजन की तैयारियां पूरी हो गई है। कार्यक्रम में राजीव युवा मितान क्लब के पदाधिकारी भी मौजूद रहेंगे। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक को लेकर जिले में बच्चों, युवाओं एवं हर वर्ग का जोश देखते ही बनता है।खेलप्रेमियों में इस अयोजन को लेकर खासा उत्साह है।
छह चरणों में आयोजित होगी प्रतियोगिता
राजीव युवा मितान क्लब स्तर पर 17 जुलाई से 22 जुलाई 2023 तक इसके बाद दूसरा स्तर जोन होगा, जिसमें आठ राजीव युवा मितान क्लब को मिलाकर एक जोन होगा। इसका आयोजन 26 जुलाई से 31 जुलाई तक होगा। ब्लॉक व नगरीय क्लस्टर स्तर पर सात अगस्त से 21 अगस्त तक होगा। जिला स्तर पर आयोजन 25 अगस्त से 4 सितंबर तक होगा। संभाग स्तर पर आयोजन 10 सितंबर से 20 सितंबर तक होगा। अंत में राज्य स्तर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी जिसका आयोजन 25 सितंबर से 27 सितंबर तक होगा।