नईदुनिया न्यूज, बलरामपुर : बजरंग दल के जिला सह संयोजक सुजीत स्वर्णकार (21) की बेरहमी से हत्या कर दी गई। मृतक का शव बलरामपुर से पांच किलोमीटर दूर ग्राम डूमरखी के जंगल में मिला। नजदीक में ही ग्राम दहेजवार की एक युवती का भी शव पड़ा हुआ था। दोनों के शरीर में गंभीर चोट के निशान थे। शवों को जलाने का भी प्रयास किया गया था। घटना से बलरामपुर में शोक व आक्रोश का माहौल निर्मित हो गया।
बजरंग दल के जिला सह संयोजक सुजीत स्वर्णकार
नाराज शहरवासियों व व्यापारियों ने बलरामपुर बंद कर हत्या के आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अंबिकापुर- रामानुजगंज राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क जाम कर दिया। टायर जलाए तथा घटना के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। पुलिस द्वारा 72 घण्टे के भीतर मामले का राजफाश कर देने के बाद शाम चार बजे सड़क जाम समाप्त किया गया लेकिन बलरामपुर की व्यवसयिक प्रतिष्ठानें दिन भर बंद रही। पुलिस की अलग- अलग टीमों को जांच में लगाया गया है।
बलरामपुर के वार्ड क्रमांक एक निवासी नंदलाल सोनी का पुत्र सुजीत स्वर्णकार बजरंग दल के जिला सहसंयोजक के साथ सामाजिक व धार्मिक गतिविधियों में सक्रिय था। मवेशी तस्करी के विरुद्ध उसने अभियान छेड़ रखा था। गो रक्षक के रूप में पहचान बना चुके सुजीत के साथ इस कार्य में बड़ी संख्या में युवा लगे हुए थे।
मृतक सुजीत रात तक दोस्तों के साथ था। रात में कई बार मवेशी तस्करी रोकने के काम में भी वह लग जाता था। रविवार देर रात घर में खाना खाने के बाद स्कूटी लेकर निकला था। रात को जब घर नहीं आया तो स्वजन घबराने लगे। लगातार मोबाइल से संपर्क का प्रयास किया गया।
दोस्तों से भी जानकारी लेने का प्रयास किया गया। सुजीत के द्वारा मोबाइल रिसीव नहीं करने पर स्वजन की बेचैनी बढ़ गई।उनके द्वारा फिर साइबर पुलिस की मदद ली गई। मोबाइल लोकेशन ट्रेस करने पर डूमरखी पता चला। तब स्वजन, पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। डूमरखी जंगल में सुजीत का शव दिखा। पास में ही एक युवती की लाश पड़ी थी।
उसकी पहचान ग्राम दहेजवार निवासी किरण काशी (25) के रूप में की गई। घटना की खबर लगते ही बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ घटनास्थल के आसपास जमा हो गई। एसएसपी डा लाल उमेद सिंह के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने घटनास्थल कस निरीक्षण किया।
मृतका ने हाथ में एक डंडा पकड़ा था। उसी स्थल पर जलने के निशान थे। मृतक के शव के पास ही मोबाइल गिरा हुआ था। उसकी स्कूटी भी वहीं पर थी। बड़ी बेरहमी से दोनों की हत्या की गई थी।मृतका की कुछ वर्ष पूर्व शादी हुई थी लेकिन कुछ कारणों से वह पति को छोड़कर बलरामपुर में पिता के यहां ही रहती थी।
मवेशी तस्करी रोकने प्रभावी रूप से सक्रिय था सुजीत
बजरंग दल के जिला सहसंयोजक सुजीत स्वर्णकार बजरंग दल के साथियों के साथ क्षेत्र में मवेशी तस्करी एवं गो हत्या के विरोध में लगातार आवाज उठाता था। कई बार मवेशी तस्करी के विरुद्ध आंदोलन का नेतृत्व भी किया। यहां तक की सुजीत के सक्रियता से कई बार गो वंश को बूचड़खाना ले जाने के पहले ही पकड़ा जा सका।
मवेशी तस्करी पर रोक लगाने की मंशा से वह अपने साथियों के साथ समूचे जिले में सक्रिय रहता था। जहां से भी सूचना आई थी इसकी पुष्टि कर मवेशियों को बूचड़खाना ले जाने से पहले ही मुक्त कराने में भी उसका योगदान था। उसकी पहचान गौ रक्षक के रूप में स्थापित हो गई थी। सुजीत की हत्या से कई प्रकार के सवाल उठ रहे हैं।
घटना से बलरामपुर में आक्रोश नगर बंद, सड़क जाम
सामाजिक व धार्मिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर भाग लेने वाले सुजीत की हत्या की खबर तेजी से फैली। शहर में शोक व आक्रोश की स्थिति निर्मित हो गई। पूर्व में एक व्यवसायी की हत्या का राज नहीं खुलने के कारण इस बार घटना से आक्रोशित नगरवासियों ने अपनी अपनी दुकान बंद कर दी।
चांदो चौक पर सड़क जाम कर दिया। 72 घंटे में आरोपितों को पकड़ने के आश्वासन के बाद शाम लगभग चार बजे सड़क जाम खुल सका। सुजीत की हत्या की जानकारी मिलने पर पूरे जिले से विभिन्न हिंदू संगठनों के लोग जिला मुख्यालय पहुंच हत्या का विरोध जताते हुए जल्द अपराधियों को पकड़ने की मांग की।
विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल ने दी उग्र आंदोलन की चेतावनी
विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष ललन कुशवाहा एवं बजरंग दल के जिला संयोजक जस्सू केसरी ने कहा कि बजरंग दल के जिला सहसंयोजक सुजीत स्वर्णकार की निर्मम हत्या की गई है जिसकी हम कठोर शब्दों में भर्त्सना करते हैं। पुलिस के द्वारा 72 घंटे में आरोपितों को पकड़ने का आश्वासन दिया गया है। यदि 72 घंटे में आरोपित नहीं पकड़े जाते हैं तो बलरामपुर- रामानुजगंज जिले सहित पूरे छत्तीसगढ़ में आंदोलन किया जाएगा।
योजनाबद्ध तरीके से भाई की हुई है हत्या
मृतक सुजीत स्वर्णकार के बड़े भाई रोशनलाल मणि ने कहा कि उनके भाई की योजनाबद्ध तरीके से हत्या कर शव को ठिकाने लगाया गया है। मेरा भाई क्षेत्र में मवेशी तस्करी को रोकने के लिए लगातार सक्रिय रहा है। बजरंग दल का पदाधिकारी भी था, इसकी सक्रियता गोवंश तस्करों को नागवार गुजरती थी। उन्होंने पुलिस को मामले में तत्परता से कार्रवाई कर दोषियों को पकड़ने की मांग की।
इनका कहना
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बलरामपुर डा लाल उमेद सिंह ने कहा, हत्या व साक्ष्य छिपाने की धाराओं के तहत अपराध पंजीकृत किया गया है। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। मामले का जल्द रहस्योद्घटन कर दिया जाएगा।