नईदुनिया प्रतिनिधि अंबिकापुर।छत्तीसगढ़ बायो फ्यूल डेवलपमेंट एजेंसी और गैस अथारिटी आफ इंडिया लिमिटेड (गेल) राज्य के तीन नगर निगम में बायोगैस संयंत्र लगाने जा रहा है। अंबिकापुर, कोरबा और रायगढ़ नगर निगम में यह बायोगैस संयंत्र लगेगा जिससे शहर का गीला कचरा उपयोग में लाया जाएगा वहीं इन तीनों जिले के ग्रामीण क्षेत्र से फसलों के अवशेष जिसमें पराली प्रमुखता से शामिल होगा, उसका उपयोग किया जाएगा। अंबिकापुर निगम क्षेत्र में 150 टीपीडी का बायो गैस संयत्र लगाने की योजना बन चुकी है।इसके अंतर्गत नगर निगम से उत्पन्न होने वाले गीले जैविक कचरे के साथ अंबिकापुर नगर के आस-पास के ग्रामीण क्षेत्र से कृषि अपशिष्ट से सीएनजी (कंप्रेस्ड नेचुरल गैस )हेतु प्लांट स्थापना की परियोजना तैयार है।
इस प्लांट की स्थापना का समस्त खर्च गेल वहन करेगा।इस प्लांट से उत्पादित होने वाले सीएनजी का वाहनों में उपयोग हेतु सीएनजी स्टेशन का भी निर्माण किया जाएगा।प्लांट की स्थापना से नगर के गीले कचरे के साथ कृषि जनित कचरे का भी विज्ञानी तकनीक से निपटान होगा जो पर्यावरण संरक्षण के लिए ठोस कदम होगा। सीएनजी के प्रयोग से वाहनों से उत्पन्न होने वाले प्रदूषण में भी कमी आएगी। एक नगर निगम क्षेत्र में स्थापित होने वाले इस संयंत्र में लगभग 20 करोड़ का खर्च होगा। गेल तीनों नगर निगम में लगभग 60 करोड़ खर्च करेगा।
अंबिकापुर शहर में प्रतिदिन 40 टन गीला कचरा निकलता है।इस संयंत्र के लिए प्रतिदिन 150 टन गीला कचरा चाहिए।इसकी पूर्ति ग्रामीण क्षेत्र के फसलों के अवशेष से करेंगे। तीनों नगर निगम में प्रतिदिन 250 टन गीला कचरा निकलता है।इसके अलावा इस संयंत्र के लिए ग्रामीण क्षेत्र से फसलों के अवशेष भी संग्रहित किए जाएंगे।यह कृषि अवशेष शक्कर कारखाने से निकलने वाला गन्ने का अवशेष ,अरहर के तने, साग-सब्जियों के अवशेष के साथ बड़े पैमाने पर ग्रामीण क्षेत्र में उपलब्ध धान की पराली,शहर व ग्रामीण क्षेत्र के उद्यानों में उपलब्ध पेड़, पौधों के अवशेष ,पेड़ पौधों की पत्तियां शामिल होंगी।
नगर निगम 25 वर्ष के लिए लीज पर उपलब्ध कराएगा भूमि
अंबिकापुर ,कोरबा और रायगढ़ नगर निगम गेल इंडिया के लिए अपने-अपने निगम क्षेत्र में 25 वर्ष के लिए लीज पर भूमि उपलब्ध कराएगा। इस भूमि पर राशि खर्च गेल ही करेगा। इस संयंत्र की स्थापना के साथ सीएनजी स्टेशन भी स्थापित होगा, जहां से सीएनजी चलित दोपहिया चार पहिया वाहन अंबिकापुर, कोरबा और रायगढ़ नगर निगम क्षेत्र में भी चलेंगी। इसका पूरा खाका तैयार किया जा चुका है। बताया जा रहा है लोकसभा चुनाव आचार संहिता लगने से पहले इसका काम तीनों शहरों में शुरू हो जाएगा।
संयंत्र लगा तो यह होगा लाभ
0 हर रोज शहर में निकलने वाले गीले कचरे का आसानी से निपटान होगा।
0 ग्रामीण क्षेत्र में बड़े पैमाने पर फसलों के अवशेष उपयोग में आएगा जिससे किसानों को भी आय का जरिया मिलेगा।
0 प्राकृतिक ईंधन लोगों को उपलब्ध हो सकेगा।
0 प्राकृतिक ईंधन से दोपहिया चार पहिया वाहन चलने से पर्यावरण प्रदूषण होने से रुकेगा।
इनका कहना
गेल इंडिया व छत्तीसगढ़ बायो फ्यूल डेवलपमेंट एजेंसी के साथ नगर निगम अंबिकापुर व अन्य दो नगर निगम ने इसके लिए पहले ही सहमति दे दी है। अंबिकापुर नगर निगम में गीले कचरे का निपटान हम कंपोस्ट खाद बनाकर कर रहे हैं।इस संयंत्र के लगने के बाद हमारे लिए गीले कचरे का निपटान आसान हो जाएगा। संयंत्र के लिए जमीन भी हम उपलब्ध करा रहे हैं।जल्द अंबिकापुर में संयंत्र स्थापित होगा।
डा अजय तिर्की, महापौर अंबिकापुर