Share Market: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। सोना-चांदी में निवेश हमेशा से ही फायदे का सौदा रहा है। हाल ही में सोना-चांदी में आई तेजी लोगों को हैरान कर रही है, लेकिन इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए। सोना-चांदी की तेजी के पीछे कई ठोस कारण हैं। यह बात भी महत्वपूर्ण है कि कई देशों का विश्वास अब डालर के स्थान पर सोने पर बढ़ा है।
टैक्स प्रोफेशनल अंकुर अग्रवाल का कहना है कि कई देश सोने का भंडार बढ़ाने के लिए तेजी से इसकी खरीदी कर रहे हैं। सोने के बारे में यह बात भी प्रसिद्ध है कि यह एक ऐसी धातु है जो विपत्ति में हमेशा साथ देती है। चांदी की तेजी के पीछे इसकी औद्योगिक मांग का तेजी से बढ़ना है। कई उद्योगों में चांदी की मांग पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ी है। इसकी वजह तकनीक में सुधार होना भी है।
यह बात भी ध्यान रखना चाहिए कि निकट भविष्य में सोने और चांदी दोनों ही कीमती धातुओं में मंदी के कोई आसार नजर नहीं आ रहे। यानी हम कह सकते हैं कि इनमें तेजी की रफ्तार जारी रहेगी। सोने-चांदी के साथ ही शेयर बाजार में भी तेजी है। अच्छी बात यह है कि अर्थव्यवस्था के प्रति बाजार में विश्वास तेजी से बढ़ा है। आम निवेशकों को चाहिए कि वे सोने-चांदी के साथ-साथ निवेश के लिए इक्विटी फंड या एसआइपी भी चुन सकते हैं।
अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं तो इक्विटी फंडों के जोखिम को भी आप मैनेज कर बहुत अच्छा रिटर्न हासिल कर सकते हैं। इस बात को ध्यान में रखें कि बाजार में तेजी जारी रहेगी, ऐसे में अच्छा रिटर्न भी मिलता रहेगा। आपको एक सलाह और देना चाहूंगा कि यदि आप मार्केट के जानकार हैं तब तो ठीक, अगर नहीं हैं तो अपने लिए किसी प्रोफेशनल से अच्छा पोर्टफोलियो बनवा लें और उसके अनुसार निवेश करें।